नागपुर। यूनिवर्सिटी(Mumbai University)या कॉलेज(college) में एडमिशन लेते समय सभी छात्रों से अलग-अलग तरह की फीस ली जाती है। इनमें पुस्तकालय, प्रयोगशाला, सुरक्षा जमा शुल्क जमा के रूप में लिया जाता है। शिवसेना विधायक विलास पोतनीस ने विधान परिषद में मांग की कि शिक्षा पूरी होने के बाद उन्हें छात्र के बैंक खाते में जमा किया जाना चाहिए।
विधायक विलास पोतनीस ने कहा कि छात्रों की अपेक्षा रहा है कि उन्हें यह जमा राशि शिक्षा पूरी करने के बाद विश्वविद्यालय या कॉलेज छोड़ने पर वापस मिल जाएगी, लेकिन जटिल प्रक्रिया और संस्थानों की अनिच्छा के कारण किसी भी छात्र को यह जमा राशि वापस नहीं मिलती है। इस मौके पर विधायक पोतनीस ने कहा कि राज्य के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के पास करोड़ों रुपये जमा हो गये हैं।छात्रों से ली जाने वाली फीस सीधे बैंक द्वारा स्वीकार की जाती है। इसलिए छात्रों के बैंक खाता नंबर शिक्षण संस्थानों के पास उपलब्ध हैं। इसके माध्यम से छात्रों के लिए यह जमा राशि वापस करना आसान है, लेकिन मुंबई विश्वविद्यालय ने छात्रों को जमा राशि नहीं लेने पर जमा राशि का दुरुपयोग करने की धमकी दी है। प्रबंधन द्वारा उक्त राशि का दुरुपयोग किया जा सकता है।पोतनीस ने यह भी कहा कि मुंबई यूनिवर्सिटी ने 28 नवंबर 2023 के एक परिपत्र के माध्यम से उक्त धनराशि का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं। वर्तमान में प्रबंधन परिषद में कोई भी जन प्रतिनिधि नहीं है। पोतनीस ने यह भी आरोप लगाया कि सीनेट में भी छात्र प्रतिनिधि नहीं हैं, इसलिए छात्रों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिनिधियों की कमी के कारण विश्वविद्यालय ऐसे मनमाने फैसले ले रहा है।