ठाणे। ठाणे में ट्रैफिक पुलिस व निजी टोइंग वैन एजंसियों के सांठगांठ में चल रहे करोड़ो के भ्रष्टाचार को ठाणे के धर्मराज्य पक्ष के संघटक अजय जया ने पर्दाफाश किया है। अजय जया ने आरोप लगाया है (RTI) कि ठाणे शहर में बढ़ते यातायात जाम को कम करने के लिए यातायात विभाग द्वारा पिछले कई वर्षों से निजी टोइंग वैन का उपयोग किया जा रहा है। टोइंग वैन वालो को पुलिस प्रशासन ने वाहनों को टो करने के लिए 200 रुपये दंड लेने की अनुमति दी है। जिसमें उन्हें अपने टोइंग वैन के डिजल, रखरखाव तथा कर्मचारियों को वेतन देना है। जया का आरोप है कि यातायात विभाग और टोइंग एजन्सी वसूली तो कर रहे लेकिन यह राशि सरकार के खजाने में जमा न करके अपने जेब में डाल रहे है।
आरटीआई कार्यकर्ता ने बताया कि टोइंग वाहनों द्वारा दंडात्मक कार्रवाई की जाती है लेकिन वह पैसा सरकारी खजाने में नहीं जमा होता
आरटीआई एक्टिविस्ट जया ने बताया कि सूचना का अधिकार (RTI) द्वारा जो जानकारी प्राप्त हुई है वह चौंकानेवाली है। जया ने बताया कि वागले प्रभाग के यातायात पुलिस विभाग के पास कुल चार टोइंग वैन उपलब्ध है। जिससे उन्होंने 1 मार्च 2023 से 10 अप्रैल 2023 के दौरान 41 दिनों में कुल 981 वाहनों पर टोइंग की कार्रवाई की। जिसके अनुसार उन्होंने प्रत्येक टोइंग वैन ने 246 वाहन टो किए हैं। 41 दिनों में 1 टोइंग वैन द्वारा 246 अर्थात 1 दिन में केवल 6 वाहनों पर कार्रवाई की गई है। जया ने कहा कि यदि एक वैन दिन में केवल 6 वाहनों पर कार्यवाई करती है, तो इससे वें दिन में केवल 1200 रूपये ही कमा रहे हैं। लेकिन एक टोइंग वैन के एक दिन के कर्मचारियों की वेतन तथा डिझल व रखरखाव में लगभग 5000 हजार का खर्च आता है तो ऐसे में टोइंग वैन मालिक घाटे में होने के बावजुद कैसे अपना कार्य कर रहे। इससे यह साफ होता है कि इसमें बहुत बड़ा घोटाला है। साथ ही जया ने कहा कि एक टोइंग वैन में एक बार में कुल 6 वाहन टो किए जा सकते हैं। तथा एक टोइंग वैन दिन में लगभग 8 फेरी लगाते हैं। तो ऐसे में एक वैन दिन भर में लगभग 40 से 45 वाहन टो करती है। लेकिन केवल 6 वाहनों पर कार्यवाई की जाती है, तो बाकी वाहनों द्वारा लिए गए पैसे किसके पास जाते हैं। इन आंकड़ों के आधार जया ने यह अंदेशा जताया कि पुलिस व टोइंग वैन के मालिकों द्वारा पैसों को बहुत बड़ा घोटाला किया जा रहा है। धर्मराज्य पक्ष ने इस सार्वजनिक भ्रष्टाचार मामले की गम्भीर रूप से निष्पक्ष जांच करने की मांग की है।
जया ने बताया कि इस विषय में ठाणे यातायात पुलिस विभाग के उपायुक्त विनय राठोड से बात करने पर एक तरफ उन्होंने जल्द ही 200 व 500 रूपये की रसीद को एक करने व मामले पर कार्यवाई करने की बात कही तो वहीं दूसरी तरफ उन्होंने नो पार्किंग में खड़े वाहनों व टोइंग की गई वाहनों पर सख्त रुख अपनाने व अधिक दंड वसूलने की बात कही।
सुधार किया जाएगा!
ठाणे ट्रैफिक पुलिस उपायुक्त विनय कुमार राठौड़ ने बताया कि “ठाणे की परिस्थिति मुंबई और पुणे से अलग है। दोनों जगहों पर एक ही एजेंसी को टोइंग का ठेका दिया गया है। ठाणे पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत आने वाला यातायात विभाग छोटा है। जिसके कारण यहाँ पर अलग-अलग छोटी कंपनियों को ठेके दिए गए है। यह ठेका पहले से दिया गया है। इसलिए दो रशीद बनती है। रही बात घोटाले की तो ऐसा कुछ भी नहीं है। आरोप करने वाले लोगों से मैं कहना चाहता हूँ कि वे स्पेसिफिक कोई जानकारी दें तो मैं कार्रवाई करने के लिए तैयार हूँ। रही बात दो वाहन चालकों को दो रसीद देने की तो इसमें टेक्निकल अड़चन है। जिसे दूर करने का आदेश टेक्निकल विभाग को दिया गया है और आगामी दिनों में इसमें सुधार देखने को मिलेगा।
ठाणे महापालिका की है गलती!
अजय जया ने ठाणे मनपा पर निशाना साधते हुए कहा ठाणे मनपा को नागरिको के लिए जगह जगह पर पार्किंग व्यवस्था करनी चाहिए ताकि नागरिको को पार्किंग की तकलीफ न हो। उन्होंने कहा कि यदि मनपा द्वारा नागरिको के लिए पार्किंग की अच्छी व्यवस्था की जाती है और यदि योजना के तहत शहर का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया होता तो इस तरह की समस्या नही आती। उन्होंने कहा कि यदि मनपा नागरिको को जगह जगह पर पार्किंग की जगह देती है तो यातायात जाम व अवैध पार्किंग अपने आप कम हो जाएंगे तथा टोविंग की जरूरत भी नही पड़ेगी।
MUMBAI : फ्रांसीसी और भारतीय नौसेना ने दिखाया अपने युद्ध कौशल का जलवा