आरपीएफ यूनियन के पूर्व महासचिव ने उठाये सवाल
मुंबई। (MURDER)जयपुर -मुंबई एक्सप्रेस(Jaipur – Mumbai Express)मे एक आरपीएफ कांस्टेबल(rpf constable)द्वारा किए गए 12 राउंड फायरिंग मे एएसआई सहित तीन यात्रियों ने जान गंवा दी है। इस गोलीबारी घटना पर पश्चिम रेलवे पुलिस आयुक्त ने खुलासा किया है कि आरोपी कॉन्स्टेबल मानसिक रूप से बीमार था | इस पर आरपीएफ यूनियन के पूर्व महासचिव ने सवाल खड़े करते हुए दोषी अधिकारियों पर कारवाई करने की मांग की है।
जयपुर मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन मे सोमवार भोर मे गोलीबारी घटना को लेकर पश्चिम रेलवे पुलिस आयुक्त ने बताया कि आरपीएफ कांस्टेबल चेतन कुमार की तबीयत गड़बड़ थी। उसका हाल ही मे गुजरात से मुंबई ट्रांसफर किया गया था |वह बहुत जल्दी नाराज हो जाता है। वह गर्म दिमाग का है। सोमवार को भी मानसिक रूप से बीमार होने के बाद उसने अपना आपा खो दिया और ट्रेन में उसके साथ के अधिकारी को गोली मार दी। इसके बाद तीन अन्य यात्रियों को भी गोली मार दी। मरने वाले इन चार लोगों में एक आरपीएफ का एएसआई टीकाराम मीणा भी शामिल था। और बाकी तीन सामान्य रेल यात्री थे।
बीमार होने के बावजूद ड्यूटी दिए जाने पर उठे सवाल
आरपीएफ यूनियन के पूर्व महासचिव डीसी पांडेय ने बताया कि हर आरपीएफ जवान की साल मे एक बार मेडिकल जांच होता है। वह अगर फीट नहीं होते तो उन पर उपचार करने के साथ ही उसके अनुसार ड्यूटी दी जाती है। लेकिन यह मानसिक रूप से बीमार होने की पुष्टि खुद आरपीएफ आयुक्त कर रहे है इसका मतलब विभाग को इसकी जानकारी थी। इसके बावजूद मानसिक रूप से बीमार जवान को रेलवे ट्रेन स्कॉर्ट करने के लिए हथियार कैसे दिया गया। इस के लिए दोषी अधिकारियों को भी जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की जानी चाहिए।
रात 2.50 बजे सूरत मे चढ़ा था आरोपी चेतन
आरोपी कॉन्स्टेबल चेतन उत्तर प्रदेश के हाथरस का रहने वाला है। पहले उसकी पोस्टिंग गुजरात में थी। हाल ही में गुजरात मुंबई ट्रांसफर हुई थी।आरपीएफ सूत्रों ने बताया कि एक्सप्रेस ट्रेन की सुरक्षा के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी और तीन से चार पुलिसकर्मी हमेशा तैनात रहते है।एक्सप्रेस ट्रेनों पर नज़र रखना ट्रेन एस्कॉर्टिंग कहलाता है। वे ट्रेन से यात्रा करते हैं। कल आरोपी चेतन एक ट्रेन को सूरत रेलवे स्टेशन तक ले गया। सूरत रेलवे स्टेशन पर कुछ घंटे आराम किया।चेतन आज सुबह 2.50 बजे सूरत रेलवे स्टेशन से जयपुर मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस में चढ़ा । चेतन का नेतृत्व दो अन्य कांस्टेबल और एएसआई टीकाराम ने किया। जयपुर मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस को एस्कॉर्ट करने के लिए तीन कांस्टेबल और एक एएसआई थे। गोलीबारी की घटना से पहले आखिरी स्टेशन वापी था| वापी ट्रेन का अगला स्टेशन बोरीवली था। सूत्रों के मुताबिक, जब ट्रेन पालघर रेलवे स्टेशन से गुजर रही थी, तभी चेतन ने फायरिंग कर दी। विरार स्टेशन के बाद आरोपी ने चेन खींच ली। आरोपी भागने की कोशिश कर रहा था लेकिन पहले से ही अलर्ट किए गए रेलवे स्टेशन पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया। बाद में ट्रेन को बोरीवली रेलवे स्टेशन ले जाया गया, जहां शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए शताब्दी अस्पताल भेज दिया गया। आरोपी कॉन्स्टेबल द्वारा जयपुर एक्सप्रेस के कुल तीन डिब्बों पर गोलीबारी की गई। आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह ने बी5, एस6 और पेंट्री कार में फायरिंग कर दी संभव है कि चेतन ने इन यात्रियों को ढूंढ लिया हो और उन्हें गोली मार दी हो।