नागपुर :(MUMBAI ENTRY POINT) महानगर मुंबई के आसपास के शहर में रहने वालों को रोजाना मुंबई में प्रवेश के लिए इंट्री पॉइंट पर टोल का भुगतान करना पड़ता है। यह भुगतान आगे भी अगले ४ साल तक जारी रहेगा। सरकार २०२७ तक मुंबई में इंट्री के लिए आसपास के शहरों में रहने वालों से टोल वसूलते रहेगी। एमएसआरडीसी की अगुवाई में मुंबई में २००२ में बने ५५ पुलों के निर्माण खर्च की वसूली के लिए यह टोल वसूला जा रहा है। लेकिन उन ५५ पुलों के निर्माण में १२५९ करोड़ रुपये खर्च हुए थे लेकिन अबतक सरकार ने ढाई हजार करोड़ से अधिक वसूली हो चुकी है। और आगामी २०२६ तक लगभग ३.३ हजार करोड़ रुपये वसूल किये जाने का लक्ष्य है।
यह जानकारी विधान परिषद् में देते हुए सरकार की ओर से दी गई। सार्वजनिक निर्माण विभाग ने एमएसआरडीसी का वाला देते हुए जानकारी। बताया कि मुंबई इंट्री पॉइंट पर टोल वसूली के लिए २०२७ तक की अनुमति मिल गई है। मतलब मुंबई में इंट्री के लिए सटे हुए शहरों से आने वालों को कोई राहत नहीं मिलेगी और यहां शुरू टोल का झोल जारी रहेगा। ऐसी संभावना विषेशज्ञों ने जताई है। इतना ही नहीं सत्ता पक्ष की ओर से यह भी संकेत दिया गया है कि बांद्रा वर्ली सी लिंक पुल की तरह मुंबई में समुद्र किनारे बन रहे कोस्टल रोड के लिए भी टोल वसूला जायेगा। जिसे लेकर लोगों में सरकार के प्रति खासी नाराजगी है।
मिली जानकारी के अनुसार वाशी, दहिसर, ऐरोली, आनंदनगर और एलबीएस मुलुंड में प्रवेश टोल बूथों पर टोल वसूला जाता है। पिछले कुछ महीनो में टोल के मुद्दे को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी किये गए। आम जनता को टोल से मुक्ति देने की मांग की गई। लेकिन सरकार की और से मुंबई से सटे शहरों के लोगों को मुंबई में आवाजाही के लिए राहत देने के बजाय सरकार ने यहां 30 सितंबर 2027 तक टोल वसूली जारी रखने का फैसला किया है। एमएसआरडीसी ने विधान परिषद को सूचित किया है कि उसे 2002 से 25 वर्षों की अवधि के लिए टोल संग्रह अधिकार प्राप्त हुए हैं।
सरकार ने माना कि मुंबई इंट्री पॉइंट से अतिरिक्त टोल वसूल रही है
सरकार ने विधान मंडल के शीतकालीन सत्र में माना था कि सड़कों की खराब हालत के बावजूद टोल वसूली जारी है। साथ ही सरकार ने ये भी माना था कि मुंबई में अतिरिक्त टोल वसूली हो रही है।जबकि सड़क निर्माण का खर्च वसूला जा चुका है। सड़क एवं पुल निर्माण के लगत से अधिक टोल वसूली हो रही है। और फिर जानकारी दी कि मुंबई के एंट्री प्वाइंट पर सभी पांच टोल बूथ 2027 तक जारी रहेंगे। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं समेत अन्य विधायकों ने टोल को लेकर सरकार से सवाल पूछे थे। सरकार ने माना है कि टोल वसूली का लक्ष्य हासिल करने के बावजूद राज्य में अभी भी टोल वसूली जारी है। महाराष्ट्र सड़क विकास निगम द्वारा बनाए गए 55 पुलों की लागत वसूलने के लिए मुंबई के प्रवेश द्वार पर बनाए गए पांच टोल बूथों पर पुलों की लागत वसूलने के बावजूद क्या अभी भी टोल वसूली जारी है ? विरोधियों के इस सवाल के जवाब में मंत्री दादा भूसे ने उत्तर दिया कि यह सत्य है। मुंबई में अतिरिक्त टोल वसूली जारी है। मुंबई में 55 पुलों के लिए 1 हजार 259.38 करोड़ रुपये खर्च किए गए। 2026 तक 3 हजार 272 करोड़ की वसूली की अपेक्षा है।