नागपुर। (Uddhav Thackeray attacks the government)राज्य में किसानों की समस्या, भ्रष्टाचार, सत्ताधारियों की गुंडागर्दी और धारावी मुद्दे पर सोमवार को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राज्य की घाती सरकार की जमकर खबर ली। वे नागपुर में शुरू विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में उपस्थित हुए और विधान भवन में पत्रकारों के साथ बातचीत में उन्होंने सत्ता पक्ष को जमकर घेरा। किसानों की दुर्दशा और मिर्ची के मामले पर सत्ता पक्ष को तीखी टिप्पणी कर जवाब मांगा तो धारावी मुद्दे पर सीधे पीएम मोदी पर निशाना साधा। कहा कि हम विकास के खिलाफ नहीं हैं, हम धारावी का विकास चाहते हैं ना कि उनके मित्रों का। इस दौरान उन्होंने असंवैधानिक मुख्यमंत्री शिंदे पर भी जमकर चुटकी ली।
बीमा कंपनियों की झोली में गए ८ हजार करोड़ रुपये का हिसाब कौन देगा ?
किसानो के मुद्दे पर कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार में रहते हुए हमने किसानो का कर्ज माफ़ी किया था, कर्ज से दबे किसान लोगों को बड़ी राहत दी थी, लेकिन अब इस सरकार में कस्यां बहुत त्रस्त हैं , एक तरफ बेमौसम बरसात , दूसरी तरफ ओलावृष्टि आदि ने उन्हें बर्बाद कर दिया है। किसानो को तत्काल राहत पॅकेज की जरूरत है। हमने क्या किया आप खुद मेड़ो पर जाकर देखिये, लेकीन यह सरकार किसानो के लिए कुछ नहीं कर रही है। सरकार ने एक रुपये में किसानो को बीमा देने की योजना शुरू की और किसानो के बीमा की राशि लहभग ८ हजार करोड़ रुपये सरकार ने भरा, उस वह जनता का पैसा है। राज्य में ९० लाख किसानो को एक रुपये में बीमा मिलना चाहिए, इसके लिए पैसा सरकार ने भरा। बर्बादी का सामना कर रहे किसानो बीमा योजना का लाभ नहीं मिला है। सरकार ने जो ८ हजार करोड़ रूपये बीमा का पैसा भरा वह किसानो के घर आने के बजाय बीमा कंपनियों के झोली में चला गया क्या ? जनता का पैसा बीमा कंपनियों को दे दिया। किसानों को इसका लाभ नहीं मिला तो इसके लिए कौन जिम्मेदार हैं। वह पैसा कहाँ गया। इसका जवाब कौन देगा। आरक्षण मुद्दे को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सभी समाज को उनकी स्थिति को देखते हुए आरक्षण दिया जाना चाहिए। मराठा समाज को आरक्षण देने जरूरी है। लेकिन किसी अन्य समाज के आरक्षण को ठेंस न लगते हुए यह आरक्षण दिया जाना चाहिए।
जो नवाब के लिए है वही कानून प्रफुल्ल के लिए भी होगा क्या ?
मिर्ची से व्यवहार करने वालों पर कार्रवाई होगी क्या? उद्धव ठाकरे का सीधा सवाल
विधानसभा में नवाब मालिक को लेकर उपमुख्यमंत्री का दूसरे उपमुख्यमंत्री को दिए गए पत्र के संदर्भ में उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि देश महत्वपूर्ण है इस देश के नाम पर एक को दूसरा कानून तो दूसरे को दूसरा ऐसा कैसे, जो न्याय नवाब मलिक के लिए वही कानून प्रफुल्ल पटेल के लिए क्यों नहीं ? उन्होंने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर तंज कस्ते हुए कहा कि पत्र का ज़माना है। एक उपमुख्यमंत्री ने पत्र लिखकर नियम की बात की है, वे जो नियम नवाब के साथ लागु होता है वही प्रफुल्ल पटेल के लिए भी लागु करने के लिए वे पत्र लिखेंगे क्या? इस दौरान उन्होंने बीकेसी में महायुति की कुछ वर्षों पहले हुई महासभा में पीएम मोदी के उस भाषण का जिक्र किया जिसमें पीएम मोदी ने प्रफुल्ल पटेल पर इकबाल मिर्ची के साथ व्यावसायिक लेनदेन के मामले को उठाते हुए कार्रवाई की बात की थी। उन्होंने कहा कि हमारी युति थी तब प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा था कि कुछ लोग मिर्ची का व्यापर करते हैं तो कुछ लोग मिर्ची के साथ व्यवहार करते हैं। उपमुख्यमंत्री फडणवीस को भी हमने एक पत्र लिखा है। हमने भी उनसे यह सवाल पूछा हैं कि अब प्रफुल्ल पटेल के लिए भी वैसा ही पत्र लिखेंगे क्या जैसा नवाब के लिए लिखा है? और ईडी ने प्रफुल्ल पटेल की जो संपत्ति जब्त की है उसे छोड़ा जायेगा क्या ? इन सवालों के उत्तर का हम इन्तजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सरकार अब गुंडागर्दी पर उतर आई है। सोलापुर में एक दिन पहले एक कार्यकर्ता को मारा गया है। ऐसी घटनयओं को बढ़ावा देना ठीक नहीं है। उन लोगों पर सरकार कार्रवाई कब करेगी।
किसानो के घर पर हल और समुद्र में ट्रैक्टर चलाने वाला सीएम नहीं देखा – उद्धव ठाकरे
समुद्र पर ट्रैक्टर चलाकर स्वच्छता अभियान का दावा करने वाले असंवैधानिक सरकार के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की निंदा करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि किसानों के घर पर हल और समुद्र में ट्रैक्टर चलाकर सफाई करने वाला मुख्यमंत्री पहले कभी नहीं देखा। सत्ता पक्ष के आरोपों का कडा जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वे सफाई की बात करते हैं तो पहले अपने सहयोगियों की सफाई करें, उनके साथ दागी लोग हैं, उनमे हिम्मत है तो स्वच्छता अपने सहयोगियों से शुरू करें। समुद्र किनारे स्वच्छता के लिए मनपा सामर्थ्य है, पिछले २५ वर्षों से हम देख रहे हैं। उन्होंने घाती मुख्यमंत्री पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि खुद मुख्यमंत्री को समुद्र किनारे को साफ़ करने की नौबत आई है। यह अजीब है यदि मुख्यमंत्री समुद्र किनारों की सफाई करेंगे तो प्रशासन का काम क्या होगा।
धारावी का विकास चाहते हैं, न कि उनके मित्रों का
आगामी १६ तारीख को शिवसेना ( उद्धव बालासाहेब ठाकरे ) पक्ष की ओर से धारावीकरों के समर्थन में आयोजित विशाल मोर्चा के सवाल पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अप्रत्यक्ष रूप से हमला बोलते हुए कहा कि हम धारावी का विकास चाहते हैं, न कि उनके मित्रों का। धारावी का विकास होना ही चाहिए, उनका विकास होना चाहिए। उन्हें अच्छे घर मिलना चाहिए, शिवसेना उसके लिए मोर्चा निकला रही है। उन्होंने कहा कि यह जो टीडीआर ( ट्रांसफरेबल डेवलपमेंट राइट) की सख्ती की जा रही है यह गलत है। सरकार को अगर चाहिए तो टीडीआर बैंक बनाये। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि महाविकास आघाडी सरकार के कार्यकाल में कोई निविदा नहीं निकाली गई थी। उस समय सरकार के पास रेलवे की जमीन भी नहीं मिली थी। उस बारे में हमने तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल से भी पत्राचार किया था।