मुंबई। (J.J hospital for pollution related diseases) मुंबई समेत पूरे राज्य में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है और बढ़ते प्रदूषण के कारण नागरिक सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। श्वसन संबंधी विकारों से पीड़ित मरीजों को तुरंत इलाज मिल सके इसके लिए जे. जे अस्पताल के फार्माकोलॉजी विभाग के बाह्य रोगी विभाग में एक अलग वार्ड शुरू किया जा रहा है। इससे नागरिकों को सही इलाज मिलने मे मदद होगा।
मुंबई में प्रदूषण बढ़ रहा है और मुंबई मनपा , मुंबई पुलिस और राज्य स्वास्थ्य विभाग ने प्रदूषण को रोकने के लिए दिशानिर्देशों की घोषणा की है। बढ़ते प्रदूषण के कारण सांस संबंधी मरीजों की संख्या बढ़ने की आशंका है। इस मामले को ध्यान में रखते हुए वैद्यकीय शिक्षण और विशेष सहायता विभाग के तरफ से महाराष्ट्र के सभी मेडिकल कॉलेजों को इस संबंध में कदम उठाने का निर्देश दिया है। श्वसन संबंधी विकारों से पीड़ित मरीजों को तुरंत इलाज मिल सके, इसके लिए जे. जे अस्पताल मेडिसिन विभाग के बाह्य रोगी विभाग में एक अलग वार्ड शुरू कर रहा है। इस बाह्य रोगी विभाग में मरीज सुबह 8 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक इलाज करा सकते हैं। साथ ही दोपहर बाद कभी भी अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में इलाज कराया जा सकता है। एक स्वतंत्र श्वसन विकार कक्ष को मेडिसिन विभाग और छाती एवं फेफडा बीमारी वाले विभाग द्वारा संयुक्त रूप से चलाया जाएगा। डॉ पल्लवी सापले ने बताया कि सांस संबंधी मरीजों की संख्या बढ़ी तो जे.जे. अस्पताल में एक अलग रोगी कक्ष आरक्षित किया गया है। यह मरीजों के लिए आवश्यक नेबुलाइजेशन और अन्य सुविधाएं प्रदान करेगा। साथ ही इस कक्ष में आने वाले मरीजों की दैनिक रिपोर्ट वरिष्ठ कार्यालय को सौंपी जाएगी।
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