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KEM HOSPITAL: मुंबई के ‘केईएम’ अस्पताल में दवाओं की कमी से मरीज परेशान

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मुंबई। (KEM HOSPITAL)पिछले कुछ दिनों से मनपा के  केईएम अस्पताल दवाओं की कमी से जूझ रहा  है लगभग 50 प्रतिशत दवाओं की कमी के कारण अस्पताल के मरीजों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा  है। गरीब मरीजों को घंटों कतार में खड़ा रहने के लिए मजबूर  है। जिसका फायदा अस्पताल के बाहर खुले मेडिकल वाले उठा रहे है इसके साथ ही बाहर पैथालॉजी वाले मनमानी पैसा भी वसूल कर रहे है।
बता दे कि मनपा के  केईएम अस्पताल में हर दिन सैकड़ों मरीज आते हैं। मरीज इस  उम्मीद में आते हैं कि यहां मुफ्त और उचित मूल्य पर जांचें होंगी। इस कारण अस्पताल में गरीब मरीजों की भारी भीड़ रहती है। लेकिन अस्पताल में महत्वपूर्ण दवाएं उपलब्ध नहीं होने के कारण उन्हें अपनी जेब से हजारों रुपए खर्च करके ये दवाइयां निजी मेडिकल स्टोरों से खरीदने पड़ रहे हैं। इसके साथ ही एमआरआई, सीटी स्कैन, थायराइड और कई तरह की खून की जांच कराने के लिए भी निजी पैथोलॉजी में हजारों रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। इस बीच एक महीने पहले  शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के जोरदार आंदोलन के बाद मनपा प्रशासन ने वादा किया था कि एक महीने के भीतर स्थिति में सुधार होगा। लेकिन इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं होने से गरीब मरीजों की दुर्दशा हो रही है अस्पताल में आवश्यक शेड्यूल में विभिन्न प्रकार के वैक्सीन, टैबलेट, मलहम, सर्जिकल सामग्री, दवाएं, इंजेक्शन, ऑक्सीजन बॉटल, रबर प्रॉडक्ट, सलाइन सेट, सलाइन, कॉटन बैंडेज आदि शामिल हैं। टेंडर प्रक्रिया रुकने के कारण वहां इनमें से 40 प्रतिशत सुविधाओं की कमी पैदा हो गई है।केईएम में सीटी स्कैन 1200 रुपए में होता है,जो फिलहाल बंद है। इस कारण मरीजों को सीटी स्कैन के लिए प्राइवेट सेंटरों में साढ़े तीन से पांच हजार रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। इसी तरह अस्पताल में एमआरआई ढाई हजार रुपए में हो जाती है। लेकिन प्राइवेट सेंटरों में इसकी कीमत पांच हजार तक है। केईएम में थायरॉइड टेस्ट की कीमत 170 रुपए है, जबकि बाहर इसकी कीमत 540 रुपए है। तीन महीने के ब्लड टेस्ट की कीमत 170 रुपए की जगह 600 रुपए वसूला जा रहा है। इसके साथ ही केईएम में सोनोग्राफी के लिए 100 रुपए वसूला जाता है ।

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