मुंबई। कोरोनाकाल में केंद्र की भाजपा सरकार ने अचानक लॉकडाउन लगा दिया और जनता को बेसहारा छोड़ दिया। उत्तर भारत से काम के सिलसिले में मुंबई आये लोगों को काफी परेशानी हुई। इस कठिन समय में शिवसेना नेतृत्व की महाविकास आघाड़ी सरकार इस समुदाय की मदद के लिए सबसे पहले आगे आईं। कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे, इसके लिए घर-घर खाद्यान्न एवं आवश्यक सामग्री पहुंचाई गई। उत्तर मध्य मुंबई निर्वाचन क्षेत्र के इंडिया आघाड़ी उम्मीदवार वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि उत्तर भारतीयों को उनके गांव भेजने के लिए सभी सुविधाएं प्रदान की गईं। लेकिन इस दौरान भी भाजपा सरकार ने अड़ियल रुख अपनाया था। सांताक्रुज में आयोजित उत्तर भारतीय सम्मेलन में वर्षा गायकवाड़ बोल रही थी।
उन्होंने आगे कहा कि उत्तर भारतीय समाज और कांग्रेस पार्टी का रिश्ता हमेशा से गंगा जमुना तहजीब जैसा रहा है। कांग्रेस पार्टी ने उत्तर भारतीयों का भी उचित सम्मान बरकरार रखा है। मुंबई के मेयर, विपक्ष के नेता, मंत्री, विधायक और संगठन में भी अहम जिम्मेदारी दी गई। उत्तर भारतीय समाज मुंबई की संस्कृति में घुलमिल गया है। कांग्रेस सरकार ने फेरीवालों के लिए नीति बनाई और उन्हें सम्मान के साथ व्यवसाय करने का अवसर दिया, लेकिन मनसे ने काम के लिए मुंबई आए गरीब श्रमिक समुदाय पर हमला किया और उनकी पिटाई की।
मुंबई में उत्तर भारतीय भी बड़े पैमाने पर दूध का कारोबार करते हैं। भाजपा ने मुंबई की सीट किसी उद्योगपति को देने की योजना बनाई है, अब उनकी नजर उनके तबेले पर है। दूध पर भी जीएसटी की लूट हो रही है। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता पीयूष गोयल ने ही कोरोना के दौरान उत्तर भारत जाने के लिए ट्रेन रोकी थी। क्या ये वो लोग हैं जो मुंह पर रुमाल बांधकर इसलिए घूमते हैं क्योंकि गोयल आपके काम आने वाली मछली की गंध बर्दाश्त नहीं कर सकते? सवाल पूछते हुए वर्षा गायकवाड़ ने नारा लगाया, ‘भाजपा सरकार हटानी है, इंडिया गठबंधन की सरकार लानी है’।