मुंबई। महाविकास आघाड़ी(Mahavikas Aghadi)के कार्यकाल में मनपा गोवंडी स्थित जिस मदन मोहन मालवावीय शताब्दी अस्पताल(Madan Mohan Malvaiya Shatabdi Hospital)के पुनर्विकास का काम शुरू किया था, उसके काम में हो रही देरी के चलते अब नया मुहूर्त मिला है। बताया गया है कि अस्पताल के पुनर्विकास का काम अंतिम चरण में पहुंच चुका है, जिसके जून महीने तक पूरा होने की उम्मीद है। इसके साथ ही इस अस्पताल में अक्टूबर से अत्याधुनिक सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि चेंबूर, गोवंडी, बैगनवाड़ी, मानखुर्द और शिवाजी नगर क्षेत्र के नागरिक इलाज के लिए गोवंडी में स्थित शताब्दी अस्पताल आते हैं। इन क्षेत्रों में रहनेवाले नागरिकों के लिए यह अस्पताल बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। दूसरी तरफ इस अस्पताल में अद्यतन और आधुनिक सुविधाओं की कमी के कारण यहां आनेवाले मरीजों को केईएम, सायन, नायर, राजावाड़ी और जेजे अस्पताल में रेफर किया जाता है। इस समस्या को देखते हुए महाविकास आघाड़ी के कार्यकाल में मुंबई गोवंडी के शताब्दी अस्पताल के साथ ही सभी उपनगरीय अस्पतालों में आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को दूर करने के लिए इनके पुनर्विकास का फैसला लिया था। इसके तहत मनपा ने राजावाड़ी, कांदिवली शताब्दी, भगवती और गोवंडी शताब्दी समय अन्य अस्पतालों के पुनर्विकास का काम किया जा रहा है। इसके साथ ही इन अस्पतालों में बेड़ों की संख्या बढ़ाए जाने के साथ ही अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
862 बेड का हो जाएगा शताब्दी अस्पताल
मनपा के गोवंडी स्थिति शताब्दी अस्पताल में मौजूदा समय में केवल 210 बेड है। हालांकि पुनर्विकास के बाद यहां बेड़ों की संख्या बढ़कर 862 हो जाएंगी। इसके साथ ही मनपा ने इस अस्पताल में अतिविशेष उपचार शुरू करने का भी फैसला लिया है। अस्पताल के पुनर्विकास पर करीब 356 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इमारत का काम पूरा होते ही जून से चिकित्सा उपकरण बिठाना शुरू कर दिया जाएगा।
ये होंगी सुविधाएं
मनपा स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पुनर्विकसित इस अस्पताल में आधुनिक प्रयोगशाला, एक्स-रे, सोनोग्राफी आदि उपकरण के साथ ही मॉड्यूलर सर्जरी कक्ष बनाया जाएगा। इसके साथ ही अस्पताल को विशेषज्ञ डॉक्टरों से सुसज्जित रखा जाएगा।
साल 2019 में शुरू हुआ था काम
साल 2007 में मनपा ने गोवंडी शताब्दी अस्पताल का भी पुनर्विकास करने का निर्णय लिया। लेकिन असल में काम 2019 में शुरू हुआ। अस्पताल के दिसंबर 2022 में खुलने की उम्मीद थी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि करीब दो साल बाद काम पूरा हो रहा है और अक्टूबर 2024 में अस्पताल मरीजों की देखभाल के लिए तैयार हो जाएगा।