सिमी के सदस्यों को लेकर गृह विभाग का हाई अलर्ट जारी
मुंबई।(ISIS) स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) से जुड़े आतंकियों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। सिमी के नेटवर्क का हो रहे खत्म के डर से अब इसके आतंकी इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) का दामन थाम रहे हैं।इस को लेकर गृह विभाग ने सिमी के 16 सदस्यों को लेकर अलर्ट जारी किया है । हाल ही में कनाडा में गिरफ्तार मुलुंड ब्लास्ट का आरोपी कैम बशीर भी आईएसआईएस के ट्रेनिग कैंप में शामिल हुआ था । कैम सिमी का कट्टर नेता रह चुका है। भारत में आईंएसआईएस का मुखिया अब्दुल रकीब कुरैशी के संपर्क में भी था। जिसे एनआईए ने पिछले सप्ताह मध्य प्रदेश के खंडवा से गिरफ्तार किया है ।
आईंएसआईएस के आतंकवादी मॉड्यूल का मुखिया कुरैशी अरबी सहित कई भाषाओं का जानकार है और तकनीक के इस्तेमाल में भी पारंगत है। कुरैशी सोशल मीडिया के जरिए आईएसआईएस के संदेशों को फैलाता था। वह पहले भी दो बार गिरफ्तार किया जा चुका है । कुरैशी को साल 2011 में उम्र क़ैद की सज़ा हुई थी, लेकिन साल 2019 में उसे बेल मिल गई।कुरैशी कोलकाता एसटीएफ ने 9 जनवरी 2022 को एमपी के खंडवा से गिरफ्तार किया था।उसके बाद अब एनआईए ने गिरफ्तार किया है ।
सिमी का बड़ा नेता रह चुका है कुरैशी
कुरैशी अभी पुलिस हिरासत में है कुरैशी को तालिबान के समर्थन में नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।आईएसआईएस से जुड़े होने से पहले कुरैशी सिमी का बड़ा नेता था। कुरैशी को 2019 में जमानत मिली, उसके बाद वह खंडवा में रहकर युवकों का ब्रेनवॉश करने और सोशल मीडिया के जरिए आईएस का संदेश फैलाने के काम में लगा था। अब्दुल रकीब कुरैशी के भाई ने एक बयान में बताया कि यहां ना तो एनआईए की टीम को और ना पुलिस कुछ नहीं मिला। कुरैशी गाड़ियों का काम करता है ।अभी सिमी के 16 आरोपी जमानत पर है। एक को बड़ी साज़िश प्लान करने के चलते एटीएस लेकर जा चुकी है।सरकारी वकील से लेकर हिंदू वादी नेताओं ने कहा इन पर सख़्त निगरानी की ज़रूरत है।कई बार यहां तनाव की स्थिति पैदा हो चुकी है। ये आंतकी तीन बार सर तन से जुदा के नारे लग चुके हैं।
16 सिमी सदस्यों को लेकर अलर्ट पर,सोशल मीडिया पट नजर
ज़मानत पर चल रहे 16 सिमी सदस्यों को लेकर गृह विभाग अलर्ट पर हैं। उन्होंने कहा कि जमानत पर चल रहे अब्दुल रक़ीब की गिरफ़्तारी के बाद अन्य 16 सिमी सदस्यों की गतिविधि पर सख्ती बढ़ेगी।सभी राज्यों के पुलिस द्वारा सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग किया जा रहा है।