मुंबई । जहां एक ओर सरकार पर्यावरण को संरक्षण (environmental protection)प्रदान करने के लिए हरियाली जतन कर रही है जिससे पर्यावरण संतुलन बना रहे जिस पर सरकार पानी की तरह रुपए बहाकर लगातार वृक्षारोपण एवं जागरूकता अभियान चला रही है। वहीं दूसरी ओर आरे में वन विभाग की उदासीनता के चलते आरे में वन माफिया बेखौफ होकर हरियाली पर आरा(हथियार) चला रहे हैं। पेड़ो को नष्ट कर आरे के जंगल में अवैध रूप से मस्जिद और चर्च उग रहे है। इसके बावजूद ईडी सरकार योग निंद्रा में सोई है।
मामला है गोरेगांव स्थित आरे जंगल का है जहां का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। जिसमे जंगल में पेड़ो की कटाई पर बैन होने के बावजूद दर्जनों की संख्या में पेड़ो को नष्ट कर चर्च और मस्जिद दिखाई दे रहे है। इस वीडियो की पुष्टि हम नही करते परंतु वीडियो में साफ देखा जा सकता है की आरे के जंगल के अंदर वन माफियाओं के द्वारा सैकड़ों कीमती पेड़ों को केमिकल देकर नष्ट कर दिया गया है या काट दी गई है। सूत्रों की माने तो जंगल से यहां अवैध कटाई के बाद जमीनों पर कब्जा वन विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से हो रही है।
वनों के भू माफियाओं के आगे क्यों बेबस और लाचार ईडी सरकार
क्रिमिनोलॉजिस्ट एड.स्नेहिल ढाल ने बताया कि जंगल को बचाने के लिए सरकार अपने बजट से करोड़ों रुपए वन विभाग को देती हे। जिससे दिनों दिन कम हो रहे जंगल बच सकें। परंतु आरे में इसके विपरीत वन ओं को ना तो वन विभाग का खौफ है और ना ही कानून का डर। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि धड़ल्ले से पेड़ों को नष्ट कर भू माफिया कब्जा कर रहे है। पिछले दो वर्षो में आरे के जंगल में तेजी से भू माफियाओं ने कब्जा कर घरों झोपड़ी का निर्माण किए है इसको लेकर हमने आरे प्रशासन से शिकायत भी की गई है । इसके साथ कोर्ट के संज्ञान में भी लाया गया है। इसे कोर्ट ने गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए है इसी को लेकर एक कमिटी बनाई गई है यह कमिटी जांच कर 15 दिनों में रिपोर्ट सौंपने वाली है।