मुंबई। महानगर में स्विमिंग पूल(swimming pool in metropolis)का क्रेज पिछले कुछ वर्षों में बढ़ा है। हाइराइज इमारतों(high rise buildings)में स्विमिंग पूल की सुविधा दी जा रही हैं।(Questions raised on the safety of swimming pools)तो मनपा भी अलग-अलग जगहों पर अपोर्टस कम्प्लेक्स (Aportas Complex)में स्विमिंग पूल की सुविधा उपलब्ध करा रही है। और यहां तक कि लोगों को तैराकी सिखाने का प्रोग्राम तैयार किया है। लेकिन स्विमिंग पूल में जाने वाले लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं हमेशा बरकरार रही हैं। मंगलवार को गोरेगांव में एक पूल में एक वृद्धा पर नव युवक के गिरने से उसकी मृत्यु हो गई। जिसके बाद मुंबई में तमाम स्विमिंग पूल में सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। स्विमिंग पूल की सुरक्षा कितनी पुख्ता है। यह लोगों के मन में सवाल उठ रहा है। हालांकि मनपा ने कहा कि सभी पूलों में सुरक्षा के लिहाज से तमाम तैयारियां की गई है।
गाइडलाइन का पालन जरूरी
बतादें मुंबई में लगभग 60 क्लब हैं जहां पूल है। लोग यहां शुल्क अदा कर स्विमिंग के लिए जा सकते हैं। हालहिं में मनपा ने भी 6 नए पूल क्लब की शुरुआत की है। इसके अलावा अन्य क्लबों में भी निजी स्विमिंग पूल की सुविधा है। इसके अलावा कई बड़ी इमारतों में भी स्विमिंग पूल बनाये गए हैं। इसके लिए गिड़लाइन है। क्लबों में ट्रेनर सहित सुरक्षा गार्डों की नियुक्ति जरूरी है। शिवाजी पार्क और चेम्बूर में मनपा ने डाइविंग पूल की सेवा देती है।
क्या कहती है मनपा
मनपा के अनुसार मनपा अधीन जितने भी पूल हैं उनमें से डाइविंग पूल अलग है और स्विमिंग पूल अलग है। स्विमिंग पूल में खतरा कम होता है जबकि डाइविंग पूल में अधिक रिस्क होता है। दोनो के लिए अलग अलग गाइडलाइन बनाई गई है। स्विंग पूल में ट्रेनर सहित सुरक्षा गार्ड की तैनाति जरूर है। तो डाइविंग में डाइवर होता है जो प्रशिक्षण देता है। शिवाजी पार्क और चेम्बूर में मनपा ने डाइविंग पूल की सेवा देती है। लेकिन यहां रस्सी लगाकर सुरक्षा घेरा बनाया गया है। साथ ही गार्ड भी उपस्थित रहता है। उमरा के अनुसार ही उन्हें इसके लिए अनुमति दी जाती है।
गोरेगांव की घटना
गोरेगांव स्थित सिडफर्थ नगर में स्विंमिंग पूल में एक 75 वर्षीय बुजुर्ग पर एक 20 वर्षीय युवक के गिरजाने से दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। तैराकी के दौरान यह युवक कथित तौर पर पूल में उक्त वृद्धा पर कूद गया। घायल वृद्धा को अस्पताल ले जय गया लेकिन वहां उसकी मौत हो गई। गोरेगांव पुलिस ने युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मृतक की पहचान विष्णु सामंत के रूप में हुई है। सामंत रोज स्विमिंग पूल में जाते थे। सोमवार को वे अपने पोते के साथ गए थे। डाइवर के उनके ऊपर गिरजाने से उनके गर्दन में चोट आई। घटना में बाद उन्हें कपाड़िया हॉस्पिटल पहुंचाया गया। शाम तक सामंत का निधन हो गया।
…तो दुर्घटना को टाला जा सकता है।
दादर स्विमिंग पूल में जाने वाले जगदीश कदम ने बताया कि यहा पूल क्लब में आने वाले लोगों को कभी-कभी वास्तव में सुरक्षा को लेकर चिंता होती है। मनपा को इसके लिए विशेष जोर देने की जरूरत है। बुजुर्गों के लिए खासकर क्योंकि उन्हें संभालना काफी मुश्किल होता है। कदम ने बताया कि वैसे तो पूल क्लब में कई खामियां होती हैं। यहां स्लीप करने के साथ-साथ पानी में डूबने की और अन्य मामले में रिस्क होता हैं लेकिन ऐसे में अगर लोगों को सही समय पर अलर्ट किया जाए और स्टाफ सचेत हो तो बड़ी दुर्घटनाओं को टाला जा सकता है
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