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DHARAVI: समन्वय ना होने से धारावी विकास पर बिगड़ सकती है बात, धारावीवासियों ने गद्दार सरकार के खिलाफ आक्रोश

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आगामी 9 अगस्त को विशाल सभा, जल्द होगा आंदोलन

मुंबई। धारावी के विकास के लिए अडानी समूह ने टेंडर हासिल किया है।(DHARAVI)जानकारों के अनुसार अडानी को राज्य की शिंदे सरकार ने वर्क आर्डर देने की तैयारी दर्शाई है। लेकिन धारावी वासियों ने अडानी समूह के खिलाफ आवाज बुलंद की है। धारावी वासियों के साथ परस्पर समन्यवय नहीं होने से धारावी वासियों ने सरकार के प्रति ख़फ़ी नाराजगी जाहिर की है। और आक्रोश दर्शाते हुए आंदोलन करने की चेतवानी दी है। यह फैसला धारावी बचाव आंदोलन समिति की रविवार को हुई महत्वपूर्ण बैठक में लिया गया। इस बैठक में एकमत से निर्णय किया गया कि वे इस परियोजना पर अडानी समूह को स्वीकार नहीं करेंगे।

इस बारे में धारावी बचाव आंदोलन के अध्यक्ष रमाकांत गुप्ता ने बताया कि समिति की बैठक में स्पष्ट हुआ है कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर अडानी समूह की छवि खराब है ऐसे में धारावी वासियों को धोखे में रखकर सरकार इस परियोजना को अडानी की झोली में नहीं डाल सकती है। उन्होंने कहा कि धारावी विकास को ध्यान में रखते हुए अदानी रियल्टी को दिए गए वर्क आर्डर की समीक्षा करने की आवश्यकता है। धारावी वासियों को विकास चाहिए लेकिन बेघर होने का डर भी सत्ता रहा है। ऐसे में जिस प्रकार से महात्मा गांधी जी ने अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन कानारा बुलंद किया था उसी तरह धारावी बचाओ आंदोलन ने तय किया धारावी को गलत विकासकों के हाथ मे नहीं जाने देंगे।

गुप्ता ने बताया कि आगामी 9 अगस्त को धारावी में विशाल जाहिर सभा का आयोजन किया गया है, जिसके धारावी के लगभग सभी राजनीतिक पार्टी के नेता व कार्यकर्ता जन संगठनों के प्रमुख लोग प्रमुखता से उपस्थित रहेंगे। वहीं तमाम विषयों पर फैसला होगा। इस बैठक में धारावी बचाव आंदोलन समिति के पदाधिकारी राजीव कोर्डे ,बाबूराव माने, यूनुस खान ,संदीप , कैलाश जयसवार ,श्यामलाल जयसवार , पूर्व नगरसेवक राजेन्द्र सूर्यवंशी, अशफाक खान ,राजू अंबाटोर ,संतोष पोटे ,नितिन दिवेकर आदि लोग उपस्थित थे।

MUMBAI DHARAVI: पुनर्वसन को लेकर धारावीकरों में भ्रम, सरकार के खिलाफ आक्रोश

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