नासिक।(Shiv Sena leaders are drug smugglers) ड्रग्स तस्करी मामले में रोज नई नई बातें सामने आ रही है। नासिक पुलिस ने एक निजी वाहन चालक से पूछताछ की है, जबकि राजनीतिक हलकों में आरोप लगाए जा रहे हैं कि कई बड़े राजनीतिक नेता ड्रग माफिया ललित पाटिल से जुड़े हुए हैं। कार चालक शहर के एक बड़े शिवसेना नेता का ड्राइवर है। पुलिस आयुक्तालय के विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि ललित की दुर्घटनाग्रस्त कार की मरम्मत के लिए संबंधित वाहन चालक के हस्तक्षेप के बाद जांच की गई थी।
ललित पानपाटिल एमडी तस्करी में उतरने से पहले नासिक की राजनीति में सक्रिय था। उसने 2 राजनीतिक पार्टियों में काम किया है। इसलिए उस समय जिले के बड़े नेताओं की मौजूदगी में उसने शिवसेना में प्रवेश किया था। इस मुद्दे पर नासिक शहर और जिले के राजनीतिक नेताओं ने ललित के साथ संबंधों के आरोपों को खारिज करने की कोशिश की है। राजनीतिक गलियारों में भी एक-दूसरे पर उंगली उठाकर ललित के राजनीतिक ‘हितों’ को समझाने के दावे-प्रतिदावे चल रहे हैं।
इस बीच, नासिक शहर पुलिस ने शहर में एक वरिष्ठ शिवसेना नेता के निजी ड्राइवर से पूछताछ की। 2015 में ललित की सफारी कार का एक्सीडेंट हो गया था। तब से कार सिडको के बड़ेनगर स्थित एक गैरेज में पड़ी है। गैरेज मालिक से पूछताछ के बाद पुलिस एक कार चालक तक पहुंची। कमिश्नरेट के सूत्रों ने बताया कि यह ड्राइवर एक शिवसेना नेता के लिए काम करता था।
जांच में क्या पाया
चालक ने बताया उस दौरान ललित अक्सर पार्टी कार्यालय में पदाधिकारियों मिलता रहता था। मैं उसे तब जानता था। एक वाहन दुर्घटना के बाद उसने कार मरम्मत के बारे में पूछा था। फिर कार को गैरेज में रख दिया। संशोधन के बाद बिल तैयार किया गया। लेकिन ललित दोबारा नहीं आया, समझा जाता है कि ड्राइवर ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी। इसलिए संबंधित गैराज चालक और वाहन चालक ने समय-समय पर ललित को फोन किया। लेकिन ललित ने फोन नहीं उठाया तो जांच में यह भी पता चला कि कार अभी भी मलबे में ही खड़ी है।
पुलिस इस जांच के बाद संबंधित शिवसेना नेता तक पहुंच सकती है। इस मामले में राजनीतिक कनेक्शन का खुलासा भी आने वाले वक्त में हो सकता है। ऐसे में शिवसेना की मुश्किल बढ़ने वाली है ये कहा जा सकता है।
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