मुंबई।(Water tanker) राज्य में दूर-दूर तक बारिश का कहर जारी है, लेकिन राज्य के कुओं, झीलों और बांधों में जल स्तर अभी भी तेजी से नहीं बढ़ रहा है। इसलिए इस मौसम में भी ग्रामीणों को टैंकर के पानी से प्यास बुझानी पड़ रही है। फिलहाल 484 टैंकर ग्रामीणों की प्यास बुझा रहे हैं।
राज्य के 616 गांवों और 1 हजार 715 वाड़ियों में लोगों की प्यास टैंकर के पानी से बुझाई जा रही है। पिछले सप्ताह इन गांवों की प्यास बुझाने के लिए 454 टैंकर चल रहे थे। इसके बाद बारिश आ गई, लेकिन फिर भी टैंकरों की संख्या बढ़ गई है।
निजी टैंकरों की बढ़ी आवाजाही
इन ग्रामीणों को पानी सप्लाई करने के लिए सरकार की ओर से सरकारी टैंकर मुहैया कराए जाते हैं, लेकिन सरकारी टैंकरों की संख्या कम है। फिलहाल 41 टैंकरों से ही पानी की आपूर्ति हो रही है। लेकिन दूसरी ओर निजी टैंकरों की संख्या बढ़ती जा रही है। वर्तमान में 443 निजी टैंकर चल रहे हैं। पूरे राज्य में ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, पालघर और नासिक में टैंकरों की संख्या अधिक है। ठाणे में 48, रायगढ़ में 47, रत्नागिरी में 16, पालघर में 39, नासिक में 45, पुणे और अगल बगल इलाकों में 44 टैंकर चल रहे हैं।
टैंकरों की संख्या बढ़ने की आशंका
पिछले कुछ समय से राज्य में टैंकरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वास्तविक बारिश आने पर टैंकरों की संख्या कम होने की बात की गई थी। अब जुलाई में बारिश की रफ्तार धीमी होने की मौसम विभाग ने जानकारी दिया है। इसलिए, जल आपूर्ति और स्वच्छता विभाग बतारहा है कि झीलों, बांधों और कुओं में पीने के पानी के स्तर में कमी के कारण टैंकरों की संख्या में बढ़त होगी।
कोंकण में बांधों की स्थिति
कोंकण संभाग के सभी छोटे-बड़े बांधों में जलस्तर 31.98 फीसदी है। नासिक के बांधों में जहां जल स्तर 22.76 प्रतिशत है वहीं पुणे संभाग के बांधों में जल स्तर केवल 11.34 प्रतिशत पर आ गया है।