मुंबई। मुंबई मनपा(BMC Mumbai Municipal Corporation) पर प्रशासक नियुक्त होने के बाद से बीएमसी स्कूलों(BMC Schools) की हालत बदतर हो गई है। इस बीच मनपा के हिन्दी माध्यम के छात्रों का परीक्षा शुरू होते ही अब प्रश्न पत्र से वंचित रखे जाने का मामला सामने आया है। बुधवार को मुंबई के कई भागों मे भूगोल के परीक्षा के दौरान कही 50 मे 20 छात्रों को प्रश्न पत्र से काम चलाना पड़ा तो कही प्रश्न पत्र पहुचने की जानकारी सूत्रों से मिली है। इसके कारण शिक्षक नाराज होने के साथ ही अभिभावकों द्वारा भी नाराजगी व्यकत की जा रही है।
मुंबई मे बीएमसी के लगभग 1100 स्कूल है जिसमें चार लाख से अधिक छात्र पढ़ाई कर रहे है। इन स्कूलों मे पिछले कुछ दिनों से छमाही परीक्षा शुरू हो गई है। लेकिन छात्र प्रश्न पत्र की दिक्कतों का सामना कर रहे है। बुधवार को कुछ स्कूलों मे भूगोल का परीक्षा था। लेकिन छात्रों को प्रश्न पत्र की समस्या का सामना करना पड़ा है। सूत्रों की माने तो सायन आस पास के कुछ स्कूलों मे यह समस्या अधिक देखने मिला है। इसकी सूचना विभाग को दिए जाने के बावजूद इस समस्या पर कोई समाधान नहीं हुआ है।
हेडमास्टरों को पेपर बनाने का आदेश
सूत्रों की मानें तो बीमसी शिक्षण विभाग के तरफ से एक आदेश सभी स्कूलों के हेडमास्टर को दी गई है। जिसके बाद कुछ स्कूलों मे हेडमास्टर द्वारा शिक्षकों को पेपर खुद बनाकर प्रिंट कराने की बात कही गई है। लेकिन प्रिंट कराने के लिए पैसे नहीं दिए जाने के कारण प्रश्न पत्र की समस्या का सामना छात्रों को करना पड़ रहा है। सूत्रों की माने तो कुछ स्कूलों मे तो शिक्षक प्रश्न पत्र बोर्ड पर लिख कर छात्रों को इस से ही हल करने की बात कही जाती है। सिर्फ आठवी ओर 9 वी की छात्रों को प्रश्न पत्र उपलब्ध कराये जाते है। इस संदर्भ मे जब बीएमसी शिक्षण अधिकारी राजेश कंकाल से संपर्क किए जाने पर बताया कि किसी भी स्कूल मे प्रश्न पत्र कमी की जानकारी हमारे पास नहीं है प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी हेडमास्टर की है।लेकिन इस तरह किसी स्कूल मे उपलब्ध नहीं कराया गया होगा तो इसकी जानकारी लेकर कार्रवाई की जाएगी।