मुंबई में ‘अल्सर कोलायटीस’ के मामलों में तेजी से बढ़ रही है। मनपा स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शहर में स्थित सरकारी अस्पतालों के ओपीडी में इस बीमारी से पीड़ित 6 से 7 रोगी रोजाना इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं। इससे पहले इस रोग के 1 से 2 मरीज ही ओपीडी में आ रहे थे। वहीं ‘अल्सर कोलायटीस’ के बढ़ते मामलों को गंभीरता से लेते हुए नायर अस्पताल में दो दिन बाद विशेष ओपीडी शुरू किया जा रहा है। यहां केवल ‘अल्सर कोलायटीस’ से पीड़ित मरीजों का ही इलाज किया जाएगा, जो प्रत्येक शुक्रवार को दोपहर 1.30 बजे से 3 बजे तक शुरू रहेगा।
उल्लेखनीय है कि अल्सर कोलायटीस अथवा आंतों का विकार लंबे समय तक बना रहता है। इसके लक्षणों में आंतों से खून आना, गंभीर दस्त, खून की कमी, वजन घटना, बुखार और आंतों के विकार आदि शामिल हैं। यह बीमारी गलत खानपान से हो सकता है। शहर में यह बीमारी बीते कुछ समय से तेजी बढ़ा है। इसे देखते हुए इन रोगियों को पहले बीमारी के बारे में परामर्श देने की आवश्यकता है। इसलिए यह विशेष ओपीडी शुरू की जा रही है। साथ ही उनका फॉलोअप आसान हो जाएगा।
लगानी पड़ती है महंगी इंजेक्शन
अल्सर कोलायटीस के शिकार लोगों को 10 सालों में महंगी इन्फ्लिक्सिमैब नामक 8 से 9 इंजेक्शन लगानी पड़ती है। वहीं गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के लिए मनपा द्वारा विभिन्न निधियों के जरिए नि:शुल्क अथवा कम कीमत पर यह इंजेक्शन उपलब्ध कराया जाता है। अस्पताल की तरफ से बताया गया है कि पहला तीन इंजेक्शन नायर अस्पताल की तरफ से दिया जाता है। आगे का खर्च संस्था अथवा योजनाओं की तरफ से उपलब्ध कराया जाता है। बताया गया है कि इस इंजेक्शन के एक डोज की कीमत करीब 35 हजार है।