मुंबई । इस साल बोर्ड की परीक्षा (Board Exam) देने वाले छात्रों (Student)को बहुत ही सावधानी बरतने की जरूरत है। महाराष्ट्र बोर्ड परीक्षा को लेकर सख्ती बरतने जा रही है। ऐसे में छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षा 2023 इतनी आसान नहीं होगी। साथ ही इस बीच नए नियमों के लागू होने से परीक्षा में नया तेवर भी दिखेगा। बता दें कि कोविड महामारी के चलते पिछले दो सालों से बोर्ड परीक्षाओं में कई तरह की सहूलियतें दी गई। लेकिन इस साल सभी छूटों को खत्म कर और सख्त करने की तैयारी चल रही है। महाराष्ट्र बोर्ड के अध्यक्ष शरद गोसावी का कहना है कि इस बार छात्रों को अपनी पढ़ाई पूरी करने का पूरा समय मिला है। नियमित कक्षाएं और परीक्षा अभ्यास भी थे। इसलिए इस साल छात्रों को तनाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि छात्रों को इसकी बिल्कुल भी चिंता करने की जरूरत नहीं है। बस उन्हें कुछ नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। इससे उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी।
ज्ञात हो कि कोविड-19 महामारी के चलते महाराष्ट्र में बीते दो सालों बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी गई थी। महाराष्ट्र बोर्ड ने कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए दसवीं और फिर बारहवीं की परीक्षाएं रद्द की थी। इसके बाद वैकल्पिक मूल्यांकन प्रक्रिया को अपनाकर नतीजों को घोषित किया गया था। इसके बाद फिर 2022 में भी छात्रों ने बोर्ड परीक्षाओं को टालने का आग्रह किया था। लेकिन उस दौरान स्थिति ठीक होने के चलते महाराष्ट्र राज्य बोर्ड ने ऑफ लाइन परीक्षाएं आयोजित होने के चलते कड़ा रुख अपनाया था। दोनों परीक्षाएं महाराष्ट्र राज्य बोर्ड द्वारा मार्च-अप्रैल 2022 में सुचारू रूप से आयोजित की गईं। इसके बाद नतीजे भी समय से जारी कर दिए गए थे।
बोर्ड परीक्षा 2023 के नए नियम
सबसे पहले परीक्षा केंद्रों पर प्रवेश के नियम को कठोर किया जाएगा। महाराष्ट्र बोर्ड के अध्यक्ष गोसावी ने साफ तौर पर कहा है कि इस साल देरी से प्रवेश पर पूरी तरह से रोक रहेगी। परीक्षा शुरू होने के 30 मिनट पहले ही केंद्र में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। एक मिनट भी लेट हुए तो एंट्री नहीं मिलेगी। इसलिए याद रखें कि यदि परीक्षा 11 बजे से है, तो 10.30 बजे के बाद प्रवेश नहीं दिया जाएगा। अपराह्न 3 बजे से शुरू होने वाले पेपरों के लिए अंतिम प्रवेश समय दोपहर 2.30 बजे होगा।
नहीं होगा सेल्फ सेंटर
महाराष्ट्र बोर्ड के अध्यक्ष शरद गोसावी नकल और पेपर लीक को रोकने के लिए ऐसा किया जा रहा है। कारण प्रश्नपत्र 10 मिनट पहले दिए जाते हैं, ताकि बच्चों को उन्हें पढ़ने का समय मिल सके। पिछले साल केंद्र पर देर से पहुंचने वाले एक छात्र ने उस दिन के प्रश्न पत्र की फोटो खींच ली थी, जो उसके फोन में थी। इसके अलावा पिछले साल की तरह इस साल भी उत्तर लिखने के लिए अतिरिक्त समय नहीं दिया जाएगा। साथ ही छात्रों को अपने ही स्कूल में परीक्षा देने की अनुमति नहीं होगी। इस साल फरवरी के पहले सप्ताह में शुरू होने वाली महाराष्ट्र बोर्ड की प्रात्यक्षिक परीक्षा के लिए इस बार परीक्षक बाहर से भेजे जा रहे हैं। इसके अलावा सभी नए परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी। बोर्ड के अध्यक्ष ने गोसावी के अनुसार तैयारियों की पूरी जानकारी जल्द दी जाएगी। लोगों से इस साल नकल मुक्त परीक्षा कैसे कराई जाए इस पर सुझाव मांगे गए। कई सुझाव आए, जिनमें से कुछ पर हम अमल कर रहे हैं।