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ICSE and ISC results declared: एक बार फिर लड़कियों ने मारी बाजी, आईसीएसई और आईएसी का रिजल्ट घोषित

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मुंबई। काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (Council for the Indian School Certificate Examination)ने कल सुबह 11 बजे सीआईएससीई कक्षा 10वीं और 12वीं का रिजल्ट घोषित कर दिया है। इसमें आईसीएसई यानी कक्षा 10वीं की परीक्षा में 99.47 प्रतिशत, जबकि आईएससी यानी कक्षा 12वीं की परीक्षा में 98.19 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं। आईसीएसई और आईएससी दोनों में ही हमेशा की तरह इस बार भी लड़कियों ने बाजी मारी है। आईसीएसई में लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 99.65 प्रतिशत, जबकि लड़कों का उत्तीर्ण प्रतिशत 99.31 प्रतिशत रहा है। इसी तरह 12वीं कक्षा में भी लड़कों के पास प्रतिशत 97.53 प्रतिशत की तुलना में लड़कियों का पास प्रतिशत बेहतर यानी 98.92 प्रतिशत दर्ज किया गया है।

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उल्लेखनीय है कि इस साल सीआईएससीई बोर्ड परीक्षाएं फरवरी से अप्रैल तक चली थीं। आईसीएसई की परीक्षा में 2,43,617 छात्रों ने भाग लिया था। इनमें से 1,30,506 लड़के और 1,13,111 लड़कियां हैं। आईएससी की बोर्ड परीक्षा 99,901 बच्चों ने दी थी, जिनमें से 52,765 लड़के और 47,136 लड़कियां हैं। दूसरी तरफ आईसीएसई की परीक्षा में 1,29,612 यानी 99.31 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं। वहीं आईसीएसई में 1,12, 716 लड़कियां पास रहीं, जिनका प्रतिशत 99.65 प्रतिशत रहा है। इसके साथ ही सीआईएसई में कुल 1, 289 बच्चे फेल हुए हैं, जिनमें 894 लड़के और मात्र 395 लड़कियां हैं। वहीं इस परीक्षा में 2, 43, 617 स्टूडेंट ने दसवीं की परीक्षा दी है। दूसररी तरफ सीआईएससीई के आईएससी यानी कक्षा 12वीं रिजल्ट की बात करें तो इस साल कुल 98,088 स्टूडेंट पास हुए हैं, जिसमें 51,462 लड़के और 46, 626 लड़कियां हैं। वहीं कुल 1,813 बच्चे परीक्षा में फेल हुए हैं, जिनकी प्रतिशता 1.81 प्रतिशत है। आईएससी रिजल्ट में 1,303 लड़के और 510 लड़कियां फेल रहे हैं।

किस कैटेगरी के बच्चे पास

आईसीएसई में अनुसूचित जाति वर्ग के 15,026 यानी 99.11 फीसदी छात्र सफलता दर के साथ उत्तीर्ण हुए हैं। अनुसूचित जनजाति वर्ग के 8,255 छात्र 98.39 फीसदी की सफलता दर के साथ वहीं अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी के 56,803 छात्र 99.52 फीसदी की सफलता दर के साथ उत्तीर्ण हुए हैं।

इस तरह रहा दिव्यांगजनों का रिजल्ट

आईएससी में दिव्यांगजनों का रिजल्ट अच्छा रहा है। सीखने में कठिनाई वाले 236 व्यक्तियों में से 18 स्टूडेंट ने 90 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त किए। इसके अतिरिक्त, 11 दृष्टिबाधित स्टूडेंट थे, जिनमें से 2 ने 90 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। वहीं आईसीएसई में 40 में से 12 दृष्टिबाधित छात्रों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए हैं। सीखने में कठिनाई वाले 1,088 स्टूडेंट थे, जिनमें से 98 उम्मीदवारों ने 90 फीसदी से अधिक अंक हासिल किए। इसके अतिरिक्त, 40 दृष्टिबाधित मामले थे, जिनमें से 12 स्टूडेंट ने 90 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त किए हैं।

आईसीएसई परीक्षा शामिल थी 34 शास्त्रीय भाषाएं

आईसीएसई परीक्षा 60 लिखित विषयों के लिए आयोजित की गई थी, जिनमें से 20 भारतीय भाषाएं, 13 विदेशी भाषाएं और एक शास्त्रीय भाषा थी। इसके साथ ही परीक्षा 47 लिखित विषयों में आयोजित की गई थी, जिसमें 12 भारतीय भाषाएं, 4 विदेशी भाषाएं, 2 शास्त्रीय भाषाएं शामिल थीं।

इस रीजन का रिजल्ट रहा बेहतर

सीआईएससीई ने आईसीएसई की परीक्षाओं में इस साल वेस्टर्न रीजन का रिजल्ट सबसे बेहतर पर रहा है। वेस्टर्न रीजन से 99.91 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं। अन्य रीजन की बात करें तो नॉर्थ रीजन का पास प्रतिशत 98.01 फीसदी, ईस्ट का 99.24 फासदी, वेस्ट का 99.91 फीसदी, साउथ का 99.88 फीसदी और विदेशी छात्रों का रिजल्ट 93.54 फीसदी रहा है।

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