दिल्ली। भाजपा सांसद सुशील मोदी (Bjp MLA Sushil Modi) ने 2000 का नोट बंद करने की मांग की है. 2000 के नोट की छपाई पिछले तीन साल से नहीं हुई है। इसी तरह सुशील मोदी ने कहा कि 2000 रुपये के नोटों से भी काला धन (many londring) इस्तेमाल हो रहा है. राज्यसभा में शून्य काल के दौरान, उन्होंने सुझाव दिया कि जिन लोगों के पास 2000 रुपये के नोट हैं, उन्हें बैंकों में जमा करने और छोटे नोटों के बदले उन्हें बदलने के लिए दो साल का समय दिया जाना चाहिए।
उन्होंने ट्वीट किया कि 2000 रुपये के नोटों की छपाई तीन साल से इससे जुड़ी चुनौतियों के कारण बंद है। बता दें कि नोटबंदी के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों की जगह 2000 रुपये के नए नोट जारी किए थे.
मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के लिए हो रहा इस्तेमाल
सुशील मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ‘2000 रुपये के नोटों की जमाखोरी और कालाबाजारी की घटनाएं सामने आ रही हैं और लोग इन्हें महंगे दामों पर खरीदने को मजबूर हो रहे हैं. 2000 के नोट भी आतंकी फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग, भ्रष्टाचार आदि जैसी नाजायज गतिविधियों के लिए बड़े कैश-आधारित लेनदेन में सहायक साबित हो रहे हैं। उपलब्ध है।” उन्होंने ट्वीट किया, “उदाहरण के लिए, यूएस $ 100 सबसे बड़ा नोट है, चीन के पास 100 युआन, यूरोपीय संघ के पास 200 यूरो हैं, दूसरी ओर पाकिस्तान और श्रीलंका जैसे देशों में 5000 के नोट चलन में हैं।