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Cyber crime: व्हाट्सएप डब्ल्यूएफएच स्कैम’, टेलिग्राम ऐप पर टास्क के नाम पर हो रही ठगी, ठगों से सावधान रहने का साइबर सेल का अलर्ट 

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मुंबई।(Cyber crime)पिछले कुछ महीनों से मोबाइल फोन पर मैसेज भेजकर घर बैठे पार्ट टाइम जॉब का ऑफर दिया जा रहा है। इस झांसे मे आकर लोग इन साइबर ठगों का शिकार बन  रहे है। इसी तरह सोशल मीडिया पर पार्ट टाइम नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के एक आरोपी को काला चौकी पुलिस ने किया गिरफ्तार किया है। इस तरह साइबर ठगों के शिकार बन रहे नागरिकों के लिए साइबर सेल तरफ से सावधानी बरतने की अपील की गई है।
कालाचौकी पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है।पुलिस ने एक 21 वर्षीय ठग हमजा झांकी अनवर को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है। इस पर आरोप है कि इसने क्रिप्टो अनाइशा का एक इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया था और विज्ञापन देकर लोगों को ऑनलाइन पैसे निवेश करने के लिए मजबूर किया था। कई लोगों को धोखा दिया कि अगर वे इसके माध्यम से क्रिप्टो मुद्रा में पैसा निवेश करते हैं, तो यह 30 से 35 मिनट में दोगुना हो जाएगा।इसी तरह इसने शिकायतकर्ता के साथ भी 75 हजार रुपए की ठगी की थी। कालाचौकी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक प्रमोद भोवते ने बताया की,पीड़ित की शिकायत पर प्रथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की और आरोपी अनवर को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर मुंबई लाया गया है।पुलिस निरीक्षक (अपराध) सुदर्शन चव्हाण ने बताया की इसके पास से अनगिनत कीमती मोबाइल फ़ोन बरामद हुआ है और हम इस बात की जांच कर रहें है कि इसने और कितने लोगों से ठगी की है।

टास्क के नाम पर होता है झोल 
साइबर ठग इनके शिकार होने वाले नागरिकों को  टास्क असाइन करवाकर टास्क देते है। इस दौरान  पांच टास्क पूरा हो जाने के बाद आपके अकाउंट में कमिशन समेत पूरी रकम भेज दी जाती है। जब पीड़ित का भरोसा जीत लेते हैं तो उसके बाद बड़ा टास्क पूरा करवाने के नाम पर उससे अलग-अलग अकाउंट में पैसे डलवाते हैं।

पेमेंट करने के लिए बनाया वॉलेट
कमीशन के रूप में मिलने वाले पेमेंट के लिए जालसाल पीड़ित का एक वॉलेट बनवाते हैं, जिसमें टास्क पूरा करने के बाद ही पेमेंट होने की बात करते हैं। उस वॉलेट में बढ़ती हुई रकम दिखती है। उसी को हासिल करने के लिए पीड़ित अपने खाते मे जमा रक्कम  लगाता चला जाता है।

रुपए वापस मांगने पर कर देते है  ब्लॉक
वॉलेट में काफी रुपये जाने के बाद जालसाज पीड़ित से और रकम जमा करने के लिए कहते हैं। आनाकानी करने पर उसे धमकाते हैं। ब्लैकमेल भी करते हैं। सारे हथकंडे अपनाते हैं, ताकि वह और रकम जमा करे, लेकिन जब वह अपने जमा किए गए रुपये को वापस मांगने पर अड़ जाता है तो जालसाज उस अकाउंट को ब्लॉक कर फुर्र हो जाते हैं।

बरतें सावधानी
वर्क फ्रॉम के नाम पर अगर कोई कंपनी ऑफर दे तो उसके बारे में पूरी जानकारी जुटाएं। अनजान नंबर से आने वाले लिंक के बाद अगर कोई टेलिग्राम ग्रुप से जोड़ने की बात करे तो अलर्ट हो जाएं।ई-वॉलेट में जमा हुए रुपये निकालने के लिए अगर कोई और निवेश के लिए बोले तो फौरन साइबर सेल से शिकायत दें।किसी सर्वे या लिंक पर क्लिक करने के लिए कोई कंपनी पैसा नहीं देती है। ऐसे ऑफर से सतर्क रहें।

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