मुंबई। (CAIT) कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के महाराष्ट्र प्रदेश के महामंत्री एवं अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने बताया वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद ने मोटे अनाज के आटे से बने भोजन पर जीएसटी को 18% से घटाकर 5% करने का निर्णय लिया है। यह स्वागत योग्य कदम है इससे मोटे अनाज की बिक्री बढ़ेगी और दामों में कमी होगी और ज्यादा से ज्यादा लोग इस के इस्तेमाल के लिए प्रेरित होंगे जो स्वास्थ्य के लिए लाभदाई है।
जीएसटी परिषद की फिटमेंट कमेटी ने पहले पाउडर वाले मोटे अनाज के लिए छूट की सिफारिश की थी, लेकिन इस से तैयार उपज के लिए प्रोत्साहन देने से इनकार कर दिया था। लेकिन भारत वर्ष 2023 को मोटे अनाज यानी श्री अनाज के रूप में मना रहा है। जिससे उत्पादन बढ़े और विश्व भर में इस की खपत को बढ़ावा मिल सके।
सूत्रों के हवाले से बताया कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद ने शनिवार को मोटे अनाज के आटे से बने भोजन पर जीएसटी को मौजूदा 18 प्रतिशत जीएसटी से घटाकर 5 प्रतिशत करने का फैसला किया है।
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