मुंबईl (Balasaheb’s name removed from accident insurance)राज्य सरकार ने सड़क दुर्घटना बीमा योजना का विलय महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना में कर दिया है। वहीं दुर्घटना बीमा योजना से शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे का नाम हटा दिया गया है। हाल ही में जारी योजना के विज्ञापन में दुर्घटना बीमा योजना का उल्लेख होने के बावजूद बालासाहेब का नाम ‘गायब’ होने से शिवसेना(उद्धव बालासाहेब ठाकरे) में गुस्से की लहर देखने को मिल रही है।
बता दें कि 2020 में तत्कालीन महा विकास अघाड़ी सरकार ने ‘स्व. बालासाहेब ठाकरे सड़क दुर्घटना बीमा योजना की घोषणा की थी। इस योजना के तहत अध्यादेश के माध्यम से घायलों को 30,000 रुपए तक विभिन्न 74 उपचार मुफ्त प्रदान किए जाने थे। कोरोना और अन्य कारणों की वजह से पिछले तीन वर्षों से यह योजना ठप्प पड़ी है। राज्य में सत्ता पलट के बाद आई शिंदे-फणनवीस सरकार ने बालासाहेब ठाकरे सड़क दुर्घटना बीमा योजना को अधिक प्रभावी ढंग से लागू करने की घोषणा की थी। लेकिन 28 जुलाई को निकले गए अध्यादेश में इस योजना को स्वतंत्र रूप से लागू ना करकर ‘महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना’ अंतर्गत ही लागू किया जाएगा ऐसा राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है। सुधारित योजना अनुसार दुर्घटना में उपचार की संख्या को 74 से बढ़ाकर 184 कर दिया गया है वहीं 1 लाख रुपए तक मुफ्त उपचार दिया जाएगा। रविवार को सरकार के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना और आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का विज्ञापन प्रकाशित किया। हालाँकि इस विज्ञापन में सड़क दुर्घटना योजना का विवरण भी दिया गया है, लेकिन शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के नाम का उल्लेख नहीं है। इस पर शिवसेना द्वारा नाराजगी भरी प्रतिक्रियाएं व्यक्त की जा रही है। महायुति सरकार का शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के प्रति अलग ही प्रेम है ऐसी आलोचना शिवसेना प्रवक्ता व सांसद अरविंद सावंत ने की है। दो दिनों तक स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत से संपर्क करने की कोशिश के बाद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी। उनके निजी सचिव ने जवाब दिया कि बालासाहेब ठाकरे योजना का नाम विज्ञापन में शामिल नहीं किया गया था क्योंकि सभी सामग्री को एक ही विज्ञापन में शामिल करना संभव नहीं था। उन्होंने यह भी संक्षेप में कहा कि वह बालासाहेब ठाकरे के नाम पर एक अलग विज्ञापन निकाला जाएगा। वहीं बालासाहेब ठाकरे सड़क दुर्घटना योजना को शामिल किया गया है, ऐसी जानकारी महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मिलिंद सुंदरकर ने दी। उन्होंने कहा है कि उन्हें पिछले नाम की जानकारी नहीं है क्योंकि उन्होंने हाल ही में कार्यभार संभाला है।
शिवसेना प्रवक्ता व सांसद अरविंद सावन ने बताया कि मूल रूप से शिवसेना प्रमुख स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे के नाम से मौजूद योजना के स्वतंत्र अस्तित्व को बरकरार न रखते हुए दूसरी योजना में शामिल कर दिया गया। यह करते हुए भी बालासाहेब ठाकरे का नाम निकाल देना यह बेहद गलत हैं। इसका जवाब जनता देगी।