मुंबई। चुना भट्टी के अन्नाभाऊ साठे पुल के नीचे एक महिला जल रही थी और मदद की गुहार लगा रही थी, जबकि कई वाहन सड़क पर गुजर रहे थे, लेकिन किसी ने रुककर मदद की भावना नहीं दिखाई। इसी बीच एक ऑटो चालक ने अपना किराया और कमाई का समय छोड़कर महिला को आग की लपटों में देख अपनी गाड़ी रोकी और महिला के शरीर पर पानी की बोतल डालकर आग बुझाई और उसे सायन अस्पताल में भर्ती कराया। महिला का सायन अस्पताल में इलाज चल रहा है। मो. इस्माइल शेख वह मुस्लिम था और जलाने वाली महिला हिंदू थी। मो. इस्माइल ने जात-पात की बंदिशों को तोड़ा और “हम सब एक हैं” के नारे का आदर्श सबके सामने रखा। उक्त महिला चूनाभट्टी के सुमन नगर की रहने वाली है और 14/06/23 को सुबह करीब 08:00 बजे वडाला रोड काम पर जाने के लिए अन्नाभाऊ साठे ब्रिज के पास बस स्टॉप पर आई थी तभी उसका पति अचानक आया और उस पर पेट्रोल डाल दिया. शरीर और उसे एक लाइटर से आग लगा दी।आज के विज्ञान और तकनीक के युग में जब मनुष्य मशीनों की गति से दौड़ रहा है, तब पुलिस के आह्वान पर मदद करने वालों की संख्या बहुत अधिक है।
मो. इस्माइल के साहस और मानवता की सराहना करते हुए नेहरूनगर थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक यूसुफ सौदागर, ऑटो चालक मो. इस्माइल शेख को सम्मानित किया गया और जनता से समाज में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस का सहयोग करने की अपील की।
महिला के लिए फरिश्ता बना ऑटो ड्राइवर , जल रही महिला की बचाई जान
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