मुंबई। (Ram Mandir Model)कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) महाराष्ट्र प्रदेश के महामंत्री एवं अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने बताया अयोध्या में भव्य श्रीरामजन्मभूमि मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होना है। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पूर्व देश में गजब का उत्साह है। बाजारों में राम मंदिर के मॉडल की जबरदस्त मांग देखी जा रही है। वॉल हैंगिंग, वुड कार्निंग, मेटल रिपीजी वर्क, जरो जरदोजी, सॉफ्ट स्टोन जाली क्राफ्ट की मदद से राम मंदिर का मॉडल बनाया जा रहा है। हर सनातनी अपने घर, ऑफिस, दुकान, फैक्ट्री और प्रतिष्ठान में राम मंदिर की प्रतिकृति रखना चाहते हैं। विश्व हिन्दू परिषद (VHP) की मंदिर उद्घाटन से पहले घर-घर तक राम मंदिर का मॉडल पहुंचाने की योजना है।
दिल्ली के व्यापारी विजय पाल ने बताया कि वो देश के कई हिस्सों से राम मंदिर के मॉडल तैयार करवा रहे हैं। राम जी का काज है, तो ‘नो प्रॉफिट-नो लॉस’ में काम कर रहे हैं। इसमें क्या मुनाफा कमाएंगे ? हरियाणा के जींद, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, मध्यप्रदेश के सीहोर और छत्तीसगढ़ के रायपुर में कंप्यूटर नमेस्कल कंट्रोल (CNC) मशीनों से मंदिर मॉडल तैयार करवा रहे हैं। ये लेजर कटिंग से काम करती है। इसमें महीन काम खूबसूरत होता है। मंदिरों की असेबलिंग दिल्ली में करवा रहे हैं। विजय पाल ने बताया कि बड़े लेवल पर प्रॉडक्शन हो रहा है। सबसे छोटे मॉडल की ऊंचाई और लंबाई 4 इंच है। मार्केट में 6 से 12 इंच की प्रतिकृति की भी मांग है। ये घर में रखने के लिए पर्याप्त है। इससे बड़ा मॉडल रखेंगे, तो प्राण प्रतिष्ठा कर रोजाना पूजा करनी होगी। यदि कोई बड़ा मॉडल बनवाना चाहता है, तो ऑर्डर पर तैयार करवाते हैं। अब तक 10 हजार पीस के ऑर्डर आ चुके है। करीब हजार पीस डिलिवर कर दिए है। इनकी कीमत 125 से 700 रुपये तक है।
देशभर के बाजारों में मार्केट असोसिएशंस के बीच राम मंदिर के मॉडल को लेकर अच्छा रेस्पॉन्स देखने को मिल रहा है। दिल्ली के व्यापारिक संगठनों ने तो बड़े स्तर पर राम मंदिर मॉडल के ऑर्डर दिए है। ये अपने सदस्यों के साथ परिचितों, फैमिली मेंबर्स, रिश्तेदारों और ग्राहकों को भी राम मंदिर का मॉडल भेंट करना चाहते हैं। मंदिर मॉडल के साथ कीचेन, वैच, वॉल हँगिंग, डोर हैंगिंग, पैन, डायरी जैसा सामान भी बिक रहा है। इस पर राम मंदिर की फोटो है। इन प्रॉडक्ट्स की मांग सामान्य दिनों की तुलना में 4 गुना बढ़ गई है।
विजय पाल ने बताया कि व्यापारियों और निर्माताओं की पहली पसंद मीडियम डेसटी फाइबरबोर्ड (MDF) के मंदिर है। MDF के जरिए आसानी से मॉडल तैयार हो जाता है। इसमें वक्त भी कम लगता है। जबकि लकड़ी के मंदिर में समय लगता है। इसका खर्चा भी अधिक होता है। इसमें उतनी फाइन क्वालिटी भी नहीं होती है।
शंकर ठक्कर ने आगे कहा महाराष्ट्र में भी व्यापारी तैयार है। राम मंदिर के मॉडल के साथ भगवा झंडे को डिमांड भी खूब आ रही है। इस झंडे में श्रीराम की छवि बनी है। अब तो बर्थ डे, रिटायरमेंट, शादी की सालगिरह, न्यू ईयर में उपहार के तौर पर लोग राम मंदिर का मॉडल दे रहे हैं। ये देखने में काफी आकर्षक होता है। हर कोई बड़े आदरभाव से ग्रहण करता है। घर में पूजा के स्थान में रखता है। मार्केट में कई तरह के मॉडल हैं। इनमें अंदर लाइट्स भी जलती है। अभी क्रिसमस और न्यू ईयर के फौरन बाद में काम उठ जाएगा। 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को देखते हुए बाजार को सजाया जाएगा।
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