मुंबई। मीरा रोड में सरस्वती वैद्य की हत्या से पूरा देश स्तब्ध है। (Miraroad case
मनोज साने डेटिंग ऐप्स पर सक्रिय हैं
साने ने कुछ साल पहले वसई के तुंगारेश्वर के एक मंदिर में सरस्वती से शादी की थी। दोनों के बीच मतभेद थे। डेटिंग ऐप्स पर सक्रिय थे मनोज साने पुलिस उसके मोबाइल फोन डिटेल्स (सीडीआर) के आधार पर उसके संपर्कों के बारे में पूछताछ कर रही है। इतना ही नहीं पुलिस ने बताया कि सरस्वती का मोबाइल फोन भी मनोज साने इस्तेमाल करता था। पुलिस ने यह भी जानकारी दी है कि सरस्वती की बहन ने दो साल पहले आत्महत्या कर ली थी।
सरस्वती वैद्य के शव का अंतिम संस्कार
सरस्वती वैद्य के पार्थिव शरीर का सोमवार शाम रे रोड श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। सरस्वती की बहनों की पहचान करने के बाद पुलिस ने उनका शव उन्हें सौंप दिया। सरस्वती वैद्य के शरीर के अंग पुलिस को 7 जून को मनोज साने के मीरा रोड स्थित घर से मिले थे। इस घटना का पता चलते ही उसकी तीन बहनों से संपर्क किया गया। जेजे अस्पताल में सरस्वती के शव का पोस्टमार्टम किया गया और शरीर के अंगों को एक साथ रखा गया। पुलिस ने सोमवार शाम कानूनी प्रक्रिया पूरी कर बहनों को उनके हवाले कर दिया। जेजे अस्पताल से शव मिलने के तुरंत बाद, उनकी बहन, कुछ रिश्तेदारों और अंपायरों की मौजूदगी में रे रोड श्मशान घाट में उनके शरीर का अंतिम संस्कार किया गया।
पुलिस ने 13 साक्ष्य जुटाए
सरस्वती के कथित पति मनोज साने ने उसकी हत्या करने के बाद शव को आरी से टुकड़े-टुकड़े कर ठिकाने लगाने की कोशिश की और कुकर में पकाया। मनोज साने द्वारा फेंका गया। पुलिस ने मनोज साने के घर से 13 अलग-अलग तरह के सबूत जुटाए हैं। इसमें कुकर, आरी, बाल्टी, पैन आदि शामिल हैं। संभावना जताई जा रही है कि हत्या से पहले सरस्वती को जहर दिया गया था और पुलिस इस संबंध में भी जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि मनोज साने भी गूगल पर इस संबंध में जानकारी हासिल कर रहा था।