मुंबई।(Cyber fraud) ओटीपी शेयरिंग घोटाले मे पाकिस्तान की आईएसआई कनेक्शन सामने आया है। इस मामले मे मुंबई एटीएस ने जांच शुरू कर दी है। इसके लिए भुवनेश्वर पुलिस द्वारा पुणे से गिरफ्तार युवक से पूछताछ करने पहुंची है। मुंबई एटीएस की एक टीम भुवनेश्वर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) कार्यालय में पूछताछ की है। आरोपी युवक द्वारा पाकिस्तानी एजेंटों के साथ साझा की गई जानकारी जुटाने मे लगे है। इसके लिए एटीएस इसे अपने हिरासत मे लेने की कोशिश मे है। कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड मिलने पर इसे लेकर मुंबई आएंगे।
उड़ीसा के भुवनेश्वर पुलिस ने 29 जून को अभिजीत संजय जाम्बुरे को पुणे से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर भुवनेश्वर ले गई। जहा उसे रिमांड मे पूछताछ किया जा रहा है। सतारा जिले का रहने वाला अभिजीत सरदार वल्लभभाई पटेल विश्वविद्यालय, आनंद, गुजरात से ग्रेजुएट हैं।फिलहाल पुणे में विप्रो कंपनी में काम कर रहा था। जांच मे खुलासा हुआ है कि वहकाफी समय से दो पाकिस्तानी सेना खुफिया अधिकारियों के साथ संपर्क में था।2018 में उसकी मुलाकात फेसबुक मैसेंजर के माध्यम से पाकिस्तान के फ़ैसलबाद के खानकी रहने वाले दानिश उर्फ सैयद दानिश अली नकवी से हुई थी उसने खुद को अमेरिकी कंपनी चेग में फ्रीलांसर के रूप में काम करने की जानकारी थी। उस दौरान अभिजीत ने दानिश को अपनी चेग की यूजर आईडी और पासवर्ड साझा किया था। दानिश अभिजीत की पहचान पर चेग में काम कर रहा था, लेकिन कमाई का पैसा भारत में अभिजीत के खाते में जमा किया जा रहा था। इसी एहसान के बदले अभिजीत को दानिश के लिए कुछ काम करना पड़ा। दानिश ने उसे अपने दोस्त कराची, पाकिस्तान के खुर्रम उर्फ अब्दुल हामिद से मिलवाया।
पाकिस्तानी सेना के अधिकारी के निर्देश पर एजेंटों को करता था पैसा ट्रांसफर
खुर्रम पाकिस्तान सेना का एक वरिष्ठ खुफिया अधिकारी है जिसका भारत में एजेंटों का बड़ा नेटवर्क है। खुर्रम के निर्देशानुसार वह भारत में कार्यरत विभिन्न पीआईओ को पैसे ट्रांसफर करता था। अभिजीत ने कम से कम 7 पाकिस्तानी नागरिकों और 10 नाइजीरियाई नागरिकों (टी) से भी व्हाट्सएप पर बात की थी।आगे की जांच जारी है। इसकी भनक जांच एजंसियों को होने पर उसे रडार पर रखे थे। अभिजीत के खिलाफ पुख्ता सबूत मिलने के बाद उड़ीसा के भुवनेश्वर स्पेशल टास्क फोर्स उसे पुणे से गिरफ्तार किया था। उसके पाकिस्तान कनेक्शन सामने आने के बाद अब मुंबई एटीएस भी जांच शुरू की है। इसके लिए एटीएस उसे हिरासत मे लेने के लिए भुवनेश्वर पहुंची है। इस मामले मे अब एटीएस उसे मुंबई लाकर इससे जुड़े नेटवर्क का पर्दाफाश कर सकती है। अभिजीत के साथ जुड़े एजंट ओर पाकिस्तान खुफिया विभाग के जासूसी का भी खुलासा होने की उम्मीद है।