अयोध्या। जिले के बड़े कप्तान राजकरण नय्यर(Captain Rajkaran Nayyar)द्वारा जिले के विभिन्न थानों में तैनात उप निरीक्षकों(sub inspectors)का स्थानांतरण संबंधी आदेश मातहतों की नजर में बौना बना हुआ है। एसएसपी(SSP)द्वारा जारी किए गए स्थानांतरण आदेश के दो माह बीत जाने के बावजूद भी जिले के विभिन्न थानों में जमें कई उपनिरीक्षक अपने तैनाती कार्यक्षेत्र के लिए रवानगी तक नहीं कर सके हैं।
बता दें कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अयोध्या राजकरण नय्यर(Senior Superintendent of Police Ayodhya Rajkaran Nayyar)द्वारा अपर पुलिस महानिदेशक स्थापना मुख्यालय पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश के पत्र दिनांक 23 सितंबर 2023 के अनुक्रम में आगामी लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 के जिला जो उपनिरीक्षक विगत 4 वर्षो से अथवा 3 वर्ष की अवधि कट ऑफ डेट 31 मार्च 2023 तक उसे पुलिस सब डिवीजन में पूर्ण कर रहे हैं, का गठित जनपदीय स्थापना बोर्ड की बैठक में कार्य वृत्त के अनुसार जनहित में तत्काल प्रभाव से स्थानांतरण करते हुए उन्हें अन्यत्र नियुक्ति प्रदान कर दी गई थी। जनपद के विभिन्न स्थानों में तैनात 82 उपनिरीक्षक ताश के पत्तों की तरह फेंट दिए गए थे। एसएसपी द्वारा जारी की गई ट्रांसफर लिस्ट में पहला नाम इनायत नगर थाने में तैनात उप निरीक्षक ब्रह्म दत्त पांडे का भी है। जिन्हें इनायत नगर थाने से स्थानांतरित करते हुए कोतवाली नगर स्थित चौकी जेल का प्रभारी बनाए जाने का आदेश दिया गया था। एसपी का आदेश निर्गत होने के महीना बीत जाने के बावजूद भी उक्त उपनिरीक्षक अपने नई तैनाती वाले स्थान पर ज्वॉइन नहीं कर सके हैं। उन्होंने एसएसपी के ट्रांसफर आदेश को भी ठेंगा दिखा दिया है और कई वर्षों से मिल्कीपुर सर्किल के खंडासा और इनायत नगर में ही अपनी सेवा दे रहें हैं। उन्हें मिल्कीपुर सर्किल छोड़ पाना रास नहीं आ रहा है। यह तो मात्र नमूना है, जनपद के अन्य कई थानों में जमे दरोगा ट्रांसफर आदेश का अनुपालन करना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। इससे साफ परिलक्षित हो रहा है कि जिले के कप्तान का आदेश इन पुलिस कर्मियों की नजर में कोई मायने नहीं रखता है।