मुंबई। पेटीएम(Paytm)द्वारा इसके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच से इनकार करने के बाद राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने एक साक्षात्कार में कहा है कि कानून लागू करने वाली किसी भी एजेंसी ने इस दिग्गज फिनटेक कंपनी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की है। यह स्पष्टीकरण उन अटकलों और भ्रामक मीडिया रिपोर्टों के बीच आया है जिसमें पेटीएम के मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने की खबर दी जा रही थी।
इस साक्षात्कार के दौरान संजय मल्होत्रा ने कहा कि अगर कोई कार्रवाई करनी होगी तो कानून प्रवर्तन एजेंसियां करेंगी। फिलहाल अभी ऐसा कुछ नहीं है। यह बयान मीडिया में कंपनी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की जांच से जुड़ी खबरों का खंडन करता है।
पेटीएम ने स्वयं एक एक्सचेंज फाइलिंग में इस मामले में सफाई दी थी और मनी-लॉन्ड्रिंग विरोधी गतिविधियों में किसी भी तरह की संलग्नता से इनकार किया था। कंपनी ने जोर देकर कहा था “हम भारतीय कानूनों का पालन करते हैं और नियामक आदेशों को अत्यंत गंभीरता से लेते हैं।”
फाइलिंग में स्पष्ट किया गया था कि न तो कंपनी और न ही इसके संस्थापक और सीईओ मनी लॉन्ड्रिंग के लिए प्रवर्तन निदेशालय की जांच के दायरे में हैं। इसने अपने प्लेटफॉर्म पर कुछ व्यापारियों/उपयोगकर्ताओं से पिछली पूछताछ को स्वीकार किया और ऐसी जांच के दौरान अधिकारियों के साथ सहयोग करने की बात कही।
1 फरवरी को हुई एक कॉन्फ्रेंस कॉल के दौरान पेटीएम के प्रेसिडेंट और सीओओ भावेश गुप्ता ने नोडल खातों को स्थानांतरित करने के लिए साझेदारी के लिए शीर्ष बैंकों के साथ चल रही चर्चा का खुलासा किया था। उन्होंने बताया था कि तीन अन्य बैंक निर्देशित नोडल खातों को समायोजित करने में रुचि रखते हैं।
भावेश गुप्ता ने कहा “हमारे पास विभिन्न व्यवसायों के लिए कई नोडल खाते हैं। पेटीएम और ग्रुप की कंपनियां केवल पेटीएम पेमेंट बैंक ही नहीं बल्कि बड़े वाणिज्यिक बैंकों के साथ भी खाते मेंटेन रखती हैं। हमारे पास 3 और बैंक हैं जिनमें हमारे पास पहले से ही नोडल बिजनेस पर एपीआई कनेक्ट हैं। ये सभी 3 बैंक यह सुनिश्चित करने के लिए दिलचस्पी रखते हैं कि इन नोडल खातों, जिन्हें पेटीएम पेमेंट बैंक में बंद करने का निर्देश मिला है, को इन 3 बैंकों में से किसी एक में स्थानांतरित किया जा सकता है।
इसके अलावा, कंपनी ने 29 फरवरी के बाद भी पेटीएम ऐप के लगातार काम करते रहने पर जोर देते हुए, उपयोगकर्ताओं को बिना किसी बाधा के सेवायें प्रदान करने की गारंटी दी है।