सुरक्षा में तैनात बोट हुए ख़राब ,किराए के ट्रॉलर से हो रही गस्ती
मुंबई। स्मार्ट सिटी नवी मुंबई की समुद्री सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। समुद्री सुरक्षा के लिए तैनात सात बोट में खराबी आने के कारण पिछले कई वर्षो से मरम्मत के इंतजार में खड़ी है। जब कि मुंबई पुलिस के बेड़े मे शामिल 23 नाव मे से सिर्फ आठ नाव इस्तेमाल हो रहा है जब कि 13 नाव बिना मरम्मत के किनारे पड़ी है | इसके बावजूद पुलिस कर्मी उपलबद्ध नावों के माध्यम से अपनी ड्यूटी बखूबी निभाने की कोशिश कर रहे है जिससे की सुरक्षा मे कोई चूक ना हो | इसके बावजूद सरकार इस तरफ ध्यान नहीं दे रही है |
मुंबई में हुए 26 /11 आतंकी हमले के बाद मुंबई सहित इससे लगे समुद्री किनारो की सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया था। इसमें नवी मुंबई से लेकर कोकण तक की समुद्री किनारो को प्राथमिकता गई थी। क्योकि की मुंबई से नवी मुंबई की 144 किमी की समुद्री सीमा लगा है। इस समुद्री सुरक्षा के लिए नवी मुंबई पुलिस को सात बोट दिए गए थे। लेकिन पिछले कुछ वर्षो से इस समुद्री सुरक्षा को राम भरोसे छोड़ दिया गया है। वर्ष 2018 से ही सातों बोट ख़राब होने के कारण मरम्मत के इंतजार में बेलापुर के पास खड़ी हैं। इसमें से एक बोट पूरी तरह से ख़राब हो चूका है। बाकी के बोट मरम्मत के इंतजार में है।इसके साथ ही मुंबई पुलिस के बेड़े मे शामिल 23 नावो को 12 वर्ष से अधिक समय होने से इनकी उम्र समाप्त हो गई | मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई पुलिस ने इन नावों की आधुनिक तरीके से मरम्मत कर इनकी उम्र बढ़ाने पर जोर दिया है जैसे ही नाव ‘मुंबई-2’ को अच्छा रिस्पॉन्स मिलना शुरू हुआ, अब 13 और नावों को आधुनिक सिस्टम से मजबूत किया जाएगा।फिलहाल दो नावों की मरम्मत करने का काम चल रहा है | जब कि नवी मुंबई मे किराए के ट्रॉलर से 144 किमी लंबे समुद्री किनारे की गस्ती की जा रही है। ऐसे में समुद्र में गश्त कैसे करें? यह सवाल पुलिसकर्मियों के सामने है। अब देखना यह की कब तक यह बोट बनकर सुरक्षा में तैनात होते है। मुंबई पुलिस के नौका विभाग के डीसीपी निंबा पाटील ने दिए बयान मे बताया है कि मुंबई पुलिस के बेड़े में शामिल नाव ‘मुंबई-2’ को आधुनिक उपकरणों से लैस किया गया है उस नाव में नया इंजन लगाया गया है इसलिए 10 से 15 नॉटिकल मील की रफ्तार से चलने वाली इस नाव की क्षमता बढ़ गई है और नए इंजन के कारण यह नाव अब 30 से 35 नॉटिकल मील की रफ्तार से गश्त कर रही है| इसके अलावा इस नाव के रडार सिस्टम और अन्य पहलुओं को भी अधिक कुशल बनाया गया है और इसके कारण इस नाव की उम्र सात से आठ साल तक बढ़ गई है।
ठेकेदार द्वारा नाव मे हेराफेरी
मुंबई पुलिस को दिए गए 23 स्पीड बोट के रखरखाव के दौरान ठेकेदारों द्वारा 13 स्पीड बोट के इंजन बदल कर पुराने और कमजोर इंजन लगा दिए गए थे | इसकी जानकारी होने पर जांच की गई जांच मे इसका खुलासा होने पर मुंबई पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामला आर्थिक अपराध शाखा को सौप दिया गया | इस मामले मे अभी जांच शुरू है | इस बीच मुंबई पुलिस के तरफ से 22 नावों की खरीदारी के लिए गृह विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है | जिसमे 12 का इस्तेमाल समुद्री किनारों की गस्ती के लिए की जाएगी | जबकि आठ नावे इंटरसेप्टर और दो होवरक्राफ्ट हैं।