Joindia
कल्याणठाणेदिल्लीदेश-दुनियामुंबईसिटी

Railway passengers suffering due to sinking of Go First: गो फर्स्ट के डूबने से बढ़ा २ से ३ गुना किराया, गो फर्स्ट के डूबने से रेलवे यात्री बेहाल, रेलवे में नही हो रहे वीआईपी कोटा टिकट भी कन्फर्म

Go First 1674994945278 1683483661840
Advertisement

मुंबई। आगामी गर्मी के यात्रा सीजन के दौरान उच्च मांग एक अन्य कारण है जो अन्य एयरलाइनों (Airlines) की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए तैयार है। हालही में बीच हवाई किराए में बढ़ोतरी के कारण उड़ानों की संख्या में महत्वपूर्ण गिरावट देखी जा रही है। मौजूद समय ने किसी भी एयरलाइन से यात्रा करना लगभग 2से 3 गुना ज्यादा महंगा हो गया है। गो फर्स्ट के दिवालिया होने के मार का असर यात्री के जेब पड़ रहा है।

Advertisement

किराए में बढ़त के कारण उड़ानों की संख्या में गिरावट
दिल्ली-श्रीनगर का किराया 9,000 के जगह 27,000

यात्रा वेबसाइट इक्सिगो के डेटा से पता चलता है कि दिल्ली-लेह मार्ग पर अंतिम समय का किराया अब 29,000 रुपये से अधिक हो गया है, जो एक सप्ताह पहले स्पॉट बुकिंग की लागत का लगभग पांच गुना कम लगभग 6,000 रुपये था। इसी तरह, दिल्ली-श्रीनगर उड़ानें अब लगभग तीन गुना अधिक महंगी हैं, जिनकी लागत एक सप्ताह पहले के 9,000 रुपये की तुलना में लगभग 27,000 रुपये है। मुंबई-गोवा जैसे उन मार्गों पर उड़ानों के लिए स्पॉट हवाई किराए, एक सप्ताह पहले के लगभग 4,000 से दोगुने से अधिक लगभग 10000 हो गए हैं।

वाडिया समूह समर्थित एयरलाइन ने स्वेच्छा से नेशनल कोर्ट ऑफ़ लॉ ट्रिब्यूनल में दिवालियापन के लिए दायर किया है; हालाँकि, इसकी याचिका को स्वीकार किया जाना बाकी है। कोर्ट ने 2 मई को घंटे भर की सुनवाई के बाद अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था।

ट्रेनों में बढ़ी भीड़(Railway passengers suffering due to sinking of Go First)
आम लोग के लिए फ्लाइट टिकट का किराया कुछ हद तक वहन करना ही उचित होता है। लेकिन एक सीमा के बाद लोग अचानक 2-3 गुना किराया दे कर किसी अन्य एयरलाइन में जाने से कतरा रहे है। यात्रियों द्वारा फ्लाइट के जगह दलालों से उम्मीद और ज्यादा पैसा दे टिकट करना ज्यादा उचित समझा जा रहा है। उत्तर भारत की तरफ जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बर्थ से दो गुना है।

वीआईपी कोटा भी नही हो रहा है कन्फर्म
पीछले कुछ दिनों में मुंबई से बाहर जाने के लिए कई लोगों के टिकट वीआईपी कोटा से भी कन्फर्म नही हो रह है। एक यात्री ने अपनी पहचान छुपाते हुए बताया कि गांव जाने के लिए किसी वीआईपी कोटा से लेटर दिया था , उसने बताया कि वस्तूतः हर बार लेटर देने से टिकट कन्फर्म हो जाता था लेकिन इस बार नही हुआ। जिसके वजह से फाइन चार्ज दे कर कैसे भी जाना पड़ा।

MUMBAI : फ्रांसीसी और भारतीय नौसेना ने दिखाया अपने युद्ध कौशल का जलवा

Advertisement

Related posts

महाराष्ट्र बजट 2022-23: स्वास्थ्य विभाग को 2,813 करोड़ रुपये कम, जबकि पुलिस विभाग 5,611 करोड़ अधिक मिला बजट

cradmin

महिला आयोग की हेल्पलेस हेल्पलाइन !

Deepak dubey

विपक्ष के नेता पद के लिए शर्त नहीं, हम करेंगे दावा – भास्कर जाधव

Deepak dubey

Leave a Comment