मुंबई – अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर ( Ayodhya shriram mandir pran pratishtha) में श्रीराम (shriram) की मूर्ति प्राणतिष्ठापना का धार्मिक विधि संपन्न होने वाला है । 16 जनवरी से आरंभ हुए यह विधि 22 जनवरी ( 22 janvari 2024) तक चालू रहेंगे | पूरे देश में हर्ष और उल्हास का वातावरण है । इसी पृष्ठभूमि पर सनातन संस्था की ओर से ‘श्रीरामनाम संकीर्तन अभियान’द्वारा जगहजगह ‘श्रीरामनाम का जाप, भगवान श्रीरामजी से रामराज्य की प्रार्थना, श्रीरामजी के गुणो गौरव किया जायेगा । इसी के साथ ‘अपने घर साक्षात् प्रभु श्रीराम आनेवाले है’, इस भाव से प्रत्येक कृती करे, ऐसा आवाहन सनातन संस्था ने किया है । ऐसी जानकारी सनातन संस्थाकी प्रवक्ता श्रीमती नयना भगत ने दी है ।
500 साल के लंबी प्रतिक्षा के पश्चात भगवान श्रीराम पुन: अयोध्या के भू-वैकुंठ में अवतरित होने वाले हैं । वह परम दिव्य क्षण निकट है । हमें श्रीराम के चरणों में कोटि-कोटि कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिए कि हमें इस क्षण का साक्षी बनने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है । साथ ही श्रीराम जन्मभूमि को स्वतंत्र कराने के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले कारसेवकों के प्रति भी कृतज्ञता व्यक्त की जानी चाहिए।
श्रीराम नामसंकीर्तन अभियान !
1. 21 जनवरी 2024 तक अपने आसपास के किसी भी मंदिर में एकत्रित होकर कम से कम 30 मिनट तक सामूहिक रूप से ‘श्रीराम जय राम जय जय राम’ का नामजप करें।
2. इसके साथ एकत्रित हुऐ रामभक्तों के समक्ष ‘भगवान श्रीराम के गुणों को अपनाएं’ विषय पर 5-10 विषय प्रस्तुत करना।
3. अंत में सभी को सामूहिक रूप से रामराज्य के लिए प्रार्थना करनी चाहिए और श्रीराम के चरणों में कृतज्ञता व्यक्त करना । 15 जनवरी से ‘श्रीरामनाम संकीर्तन अभियान’ सनातन संस्थाद्वारा आरंभ हुआ है |
4. जिन्हे संभव है, वह सप्ताहभर अथवा 22 जनवरी 2024 को देवघर में ‘प्रभु श्रीराम अपने घर आनेवाले हैं’ ऐसा भाव रखकर श्रीरामजी प्रतिमा की पूजा करनी चाहिए । दिवाली की तरह ही दरवाजे के बाहर दीपक जलाना, घर के दरवाजे या आंगन में सात्विक रंगोली बनानी चाहिए । घर पर भगवा ध्वज फहराना चाहिए ।
ऐसा आवाहन सनातन संस्था की ओर से की गया है ।
इसके साथ ही भगवान श्रीराम के तत्त्व का आध्यात्मिक स्तरपर सभी को अधिक से अधिक लाभ हो इसलिए समाज में श्रीरामजी के लघुग्रंथ, श्रीराम के सात्त्विक चित्र एवं ‘श्रीराम जयराम जय जय राम’ इस नामजप पट्टिकाएं उपलब्ध की गयी है । इसके साथ ही अयोध्यो समारोह के उपलक्ष्य में निकाली जा रही कलश यात्रा, अक्षत वितरण आदी रामकार्य में यथाशक्ती सहभाग लिया जायेगा, ऐसा आवाहन भी सनातन संस्था ने किया है ।