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नवाब मलिक 3 मार्च तक ED की रिमांड पर: कोर्ट में 5 घंटे चली सुनवाई, ED ऑफिस पर CRPF तैनात; महाराष्ट्र सरकार आज मुंबई में करेगी प्रोटेस्ट

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मुंबई7 दिन पहले

सुबह 5 बजे घर पहुंची थी ED टीम, 8 घंटे पूछताछ कर किया गिरफ्तारअंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद से जुड़े एक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप

महाराष्ट्र सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रवक्ता नवाब मलिक को 3 मार्च तक ED की कस्टडी में भेज दिया गया है। उन्हें जमीन की खरीद के एक मामले में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से तार जुड़ने के चलते बुधवार सुबह 8 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया था। उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगा है।

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ED ने उन्हें बुधवार को ही स्पेशल PMLA कोर्ट में पेश कर 14 दिन की रिमांड मांगी थी। कोर्ट ने करीब 5 घंटे तक दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद उन्हें 8 दिन की कस्टडी में भेज दिया। कोर्ट ने उन्हें जेल में अपनी दवाइयां रखने और घर का खाना मंगाकर खाने की इजाजत भी दी है।

कोर्ट के फैसले के फौरन बाद मलिक के सोशल मीडिया हैंडल से ट्वीट किया गया- कुछ ही देर की ख़ामोशी है फिर शोर आएगा… तुम्हारा तो सिर्फ वक़्त है हमारा दौर आएगा !!

मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट के बाहर NCP कार्यकर्ताओं की भीड़ लगी रही। कोर्ट से बाहर निकलने पर गाड़ी में रवाना होते समय मलिक ने उन्हें हाथ हिलाकर सबकुछ ठीक होने का इशारा किया और वहां से ED अधिकारियों के साथ चले गए। मलिक के समर्थकों के भड़कने की आशंका को देखते हुए ED ऑफिस पर CRPF की तैनाती की गई है।

शरद पवार ने की सीएम ठाकरे से मुलाकातमलिक की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। NCP चीफ शरद पवार के घर सिल्वर ओक पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मीटिंग हुई है। मीटिंग के बाद वे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने उनके सरकारी बंगले ‘वर्षा’ पर पहुंचे हैं। ठाकरे ने भी राज्य के गृह मंत्री के साथ बैठक की है। नवाब मलिक की गिरफ्तारी के विरोध में विधानसभा के बाहर गुरुवार को सुबह 10 बजे महाविकास अघाड़ी सरकार के मंत्री प्रदर्शन करने वाले हैं।

फडणवीस बोले- पूरी तरह से टेरर फंडिंग का एंगल

देवेंद्र फडणवीस ने इस सौदे से मिले पैसे का इस्तेमाल बम ब्लास्ट में करने का आरोप लगाया।

देवेंद्र फडणवीस ने इस सौदे से मिले पैसे का इस्तेमाल बम ब्लास्ट में करने का आरोप लगाया।

मलिक को ED की कस्टडी में भेजे जाने के फैसले के बाद भाजपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इसमें टेरर फंडिंग का एंगल स्पष्ट नजर आ रहा है। हजारों करोड़ की जमीन अंडरवर्ल्ड के माध्यम से नवाब मलिक ने खरीदी है, इसका कच्चा चिट्ठा आज सामने आया है। जिस महिला की जमीन गलत कागज तैयार करके हथिया ली गई, उस महिला ने ED को दिए अपने बयान में कहा है कि उसे एक भी पैसे नहीं मिले हैं।पढ़ें, फडणवीस का आरोप- नवाब मलिक का पैसा सीधे दाऊद इब्राहिम तक पहुंचा, तीन धमाकों में हुआ इनका इस्तेमाल

ममता बनर्जी ने भी किया पवार को फोन, कहा- नवाब से इस्तीफा नहीं लेंपश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी शरद पवार को फोन किया है। सूत्रों के मुताबिक, ममता ने पवार से कहा है कि मंत्री नवाब मलिक का इस्तीफा न लें। पवार ने इस दौरान नारदा केस में गिरफ्तार मंत्रियों को हटाने के बारे में पूछा। ममता ने आगे कहा कि मैं और पार्टी इस कार्रवाई के खिलाफ आपके साथ हूं। मलिक की गिरफ्तारी के बाद TMC चीफ ने विपक्षी एकजुटता की बात कही है। नवाब मलिक के भाई ने भी भी एनसीपी चीफ से मुलाकात की है। पवार ने उनसे कहा कि पूरी पार्टी नवाब मलिक के साथ खड़ी है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा,’इस्तीफा न दें नवाब मलिक लड़ते रहे….जरूर जीतेंगे।’

ED रिमांड पर सौंपे जाने के बाद कोर्ट से बाहर गाड़ी में समर्थकों को नवाब मलिक ने हाथ हिलाकर कहा सब ठीक है।

ED रिमांड पर सौंपे जाने के बाद कोर्ट से बाहर गाड़ी में समर्थकों को नवाब मलिक ने हाथ हिलाकर कहा सब ठीक है।

सुबह लाए गए थे ED ऑफिस, 8 घंटे पूछताछ के बाद किए गए गिरफ्तारइससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम बुधवार सुबह 7.45 बजे पूछताछ के लिए उन्हें लेकर मुंबई स्थित दफ्तर पहुंची थी। करीब 8 घंटे पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। ED सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में नवाब मलिक अधिकारियों का सहयोग नहीं कर रहे थे, इसी कारण उन्हें गिरफ्तार किया गया है। मलिक को अरेस्ट कर ED की टीम अस्पताल ले गई, जहां उनकी मेडिकल जांच कराई गई। इसके बाद उन्हें स्पेशल PMLA कोर्ट में पेश किया गया। ED की ओर से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल अनिल सिंह ने मजबूती से पक्ष रखा।

नवाब मलिक के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से यह ट्वीट उन्हें ED कस्टडी में सौंपे जाने का फैसला आने के बाद किया गया।

नवाब मलिक के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से यह ट्वीट उन्हें ED कस्टडी में सौंपे जाने का फैसला आने के बाद किया गया।

अदालत में ऐसे चली सुनवाई, किसने क्या कहा

अदालत में सुनवाई के दौरान नवाब मलिक ने बताया कि सुबह-सुबह समन देने के बहाने घर पर ED की टीम आई और हिरासत में लिया। इसके बाद समन की प्रति पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा और अब जबरन उठाकर यहां ले आई है।इसके बाद अदालत में ED की ओर से एडिशनल सोलिसिटर जनरल ने बताया कि 3 फरवरी, 2022 को दाऊद इब्राहिम कासकर के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। वह विभिन्न आतंकी गतिविधियों और मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल है। वह आतंक पैदा करने के लिए धन जुटाकर संपत्तियों के अनधिकृत अधिग्रहण में भी शामिल है।ASG ने आगे बताया कि दाऊद की बहन हसीना पारकर का निधन हो गया है। वह यहां दाऊद की गतिविधियों को नियंत्रित कर रही थी। उसने धन जुटाकर बहुत सारी संपत्ति अर्जित की थी। उसने कुर्ला में गोवावाला कंपाउंड में एक संपत्ति का अधिग्रहण किया था।ASG ने आगे कहा कि ED यह साबित करेगी कि उसने संपत्ति कैसे हासिल की। मुनीरा और मरियम इस संपत्ति के वास्तविक मालिक हैं। ASG ने आगे कहा कि यह संपत्ति एक पुश्तैनी संपत्ति थी। माता-पिता की मृत्यु के बाद मुनीरा और मरिया संपत्ति की एकमात्र मालिक थीं।ASG ने आगे कहा, हसीना पारकर के सहयोगी सलीम पटेल को अतिक्रमण हटाने और जमीन न बेचने के लिए पावर ऑफ अटॉर्नी दी गई थी। इसमें 1993 धमाके का आरोपी सरदार खान भी शामिल था।ASG ने आगे कहा मुनीरा और उनकी बहन ने संपत्ति में अपने अधिकार बेचने की कोई पॉवर ऑफ़ अटॉर्नी नहीं दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स से उन्हें पता चला कि सरदार खान ने यह संपत्ति बेच दी थी। सरदार खान इस जमीन का किराया लेने वाले का भाई है।ASG: मुनीरा और उनकी बहन को पता चला कि संपत्ति नवाब मलिक को उसकी एक कंपनी के माध्यम से बेची गई थी।ASG: मुनीरा ने ईडी को बताया कि उन्हें संपत्ति के लिए कोई पैसा नहीं मिला है। यह दिखाने के लिए कुछ भी नहीं है कि संपत्ति के वास्तविक मालिकों को एक रुपये का भुगतान किया गया था। सलीम पटेल ने अवैध रूप से संपत्ति बेची।ASG: हसीना पार्कर ने बाद में 55 लाख रुपए के लिए संपत्ति के अधिकार नवाब मलिक को हस्तांतरित कर दिए। हमारे पास पीएमएलए एक्ट की धारा 19 की शर्त को पूरा करने के लिए पर्याप्त सबूत मौजूद है।ASG: हसीना पार्कर ने बाद में 55 लाख रुपए के लिए संपत्ति के अधिकार नवाब मलिक को हस्तांतरित कर दिए। इस प्रॉपर्टी की वास्तविक कीमत 3.3 करोड़ थी, लेकिन इसे सिर्फ 50 लाख रुपये में खरीदा गया था। संपत्ति को पावर ऑफ अटॉर्नी के माध्यम से अवैध तरीके से खरीदा गया था। वे अब इस प्रॉपर्टी को डेवलपमेंट करना चाहते हैं। हमारे पास मलिक के खिलाफ पीएमएलए एक्ट की धारा 19 की शर्त को पूरा करने के लिए पर्याप्त सबूत मौजूद है।ASG: सलीन पटेल, जिनके पास पावर ऑफ अटॉर्नी थी और जो हसीना पार्कर के नियंत्रण में थे ने संपत्ति को आरोपी के स्वामित्व वाली कंपनियों में से एक को बेच दिया।ASG: मलिक के खिलाफ पर्याप्त सबूत होने की बात कह अनिल सिंह ने अदालत से उनकी 14 दिन की कस्टडी मांगी है।नवाब मलिक की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अमित देसाई ने कहा कि वे (ASG)अधिनियम के लागू होने से छह साल पहले 1999 से पावर ऑफ अटॉर्नी की बात कर रहे हैं।देसाई: दाऊद इब्राहिम पिछले 30 साल से अपने अपराध के लिए जाना जाता है, लेकिन उसके खिलाफ 3 फरवरी 2022 को ही FIR दर्ज की जाती है। मलिक का इस केस से कुछ भी लेना-देना नहीं है। जब आप गिरफ्तारी की शक्तियों का प्रयोग करते हैं तो इसे साबित करना पड़ता है। पीएमएलए के तहत सीमा बहुत अधिक है, यह एक कठोर कानून है। मैं पूछता हूं 1999 और 2003 में पीएमएलए अधिनियम के लागू होने के 6 साल पहले के केस की हम बात कर रहे हैं। आप 20 साल इंतजार करें और फिर कहें कि मुझे 14 दिन का रिमांड दे दो।देसाई: इस गिरफ्तारी के माध्यम से एक धारणा पैदा करने का प्रयास है कि महाराष्ट्र राज्य का एक निर्वाचित प्रतिनिधि राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल है।देसाई: हमारा दाऊद गैंग से कोई सरोकार नहीं है। हम इस सलीम पटेल से कंफ्यूज हो रहे हैं।देसाई: हमारा दाऊद गैंग से कोई सरोकार नहीं है। हम इस सलीम पटेल से कंफ्यूज हो रहे हैं। सलीम फ्रूट अब ड्राइवर सलीम पटेल के बारे में बयान दे रहा है। यह ड्राइवर हसीना पार्कर का करीबी है। सलीम फ्रूट का कहना है कि सलीम पटेल उन्होंने कहा कि हसीना पारकर ने इसे नवाब मलिक को बेच दिया। मुनीरा की संपत्ति हड़प ली गई थी। आप अंग्रेजी शब्दकोश से कोई शव्द उठा सकते, उसे रिमांड बुक में डाल सकते हैं और किसी व्यक्ति की स्वतंत्रता छीन सकते हैं। कोर्ट तथ्यों पर काम करता है।देसाई: PMLA की धारा कहती है कि इसमें एक पीड़ित होना चाहिए। अगर मुनीरा कहती है कि उसे पता नहीं था कि जमीन को नवाब मलिक को कौन बेचा गया था, तो इसमें कोई अपराध नहीं है। अगर मुनीरा को सलीम पटेल से कोई शिकायत है तो इस सब में नवाब मलिक कहां हैं? नवाब मलिक खुद पीड़ित हैं क्योंकि जिस व्यक्ति के पास संपत्ति का मालिकाना हक नहीं था, उसने उन्हें संपत्ति बेच दी।देसाई: अर्धसत्य के साथ चतुराई से रिमांड का मसौदा तैयार किया गया है। पीएमएलए के तहत अपराध कहां है?, जिसके लिए यह सज्जन यहां बैठे हैं?देसाई – 2022 में बयान देना बहुत सुविधाजनक है और ‘मुझे नहीं पता था’ यह कहते हुए 20 साल बीत गए। 15 साल तक आपको किराया नहीं मिलता, लेकिन आप कुछ नहीं करते। इसके अलावा मलिक के खिलाफ कार्रवाई क्यों? वह गिरोह का सदस्य नहीं हैं।देसाई – इस मामले में कोई अन्य आरोपी गिरफ्तार नहीं हुआ है। इकबाल कासकर भी इस मामले में गिरफ्तार नहीं है।देसाई – इस मामले में कोई अन्य आरोपी गिरफ्तार नहीं हुआ है। इकबाल कासकर भी इस मामले में गिरफ्तार नहीं है। क्या जज साहब को कोई सबूत मिला है मलिक ने हसीना पारकर से कोई जमीन खरीदी हैं। यह सिर्फ एक कॉन्ट्रैक्ट एग्रीमेंट था।देसाई – इस मामले में वास्तव में क्या हो रहा है, इसका आकलन करना आपके(अदालत/जज) सम्मान की बात है। मुझे नहीं पता कि 2005 में कौन सी संपत्ति रु. 300 करोड़ की थी। देसाई ने रिमांड में टेरर फंडिंग शब्द पर कड़ी आपत्ति जताई है। रिमांड अर्जी में भाषा में थोड़ा संयम होना चाहिए। यह हिंदी फिल्म की स्क्रिप्ट नहीं है, यह कोर्ट है। कोई अदालत होनी चाहिए जिसके दरवाजे हम खटखटा सकें। कहीं न कहीं कोर्ट को इससे ऊपर उठना ही होगा। तो कल की हेडलाइन होगी टेरर फंडिंग। पिछले 25 वर्षों से यह व्यक्ति लोक सेवा में है। मुझे विश्वास है कि हमारी जनता जानती है कि वे किसे वोट दे रहे हैं।देसाई: आप सबूत जमा करें और उसे दोषी ठहराएं लेकिन केवल ये बयान न दें। आप सुबह आए तो गिरफ्तार कर लिया और अब टेरर फंडिंग कहते हो?देसाई ने अरेस्ट ऑर्डर में ‘दोषी’ शब्द के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि सिर्फ 3 घंटे में 20 साल को समाहित कर दिया। अदालत को आरोपी का दोष तय करने में सालों लग जाते हैं और यहां अधिकारी ने उसे दोषी करार दिया है।देसाई: मेरा ईडी अधिकारी नीरज कुमार के लिए कोई अनादर नहीं है, लेकिन अगर यह वरिष्ठ अधिकारियों के लिए अपराध निर्धारित करने की सीमा है, तो हमें आपके सम्मान की आवश्यकता नहीं है। दोषी को अभी जेल भी जाना पड़ सकता है।देसाई – यह देश कानून के राज से ही बच हुआ है। अगर हम इसमें असफल हो जाते हैं, तो हमारे पास खोने के लिए कुछ नहीं है। अगर वह(नवाब मलिक) आज जेल जाते हैं तो यह अनुचित होगा।देसाई: यह देश कानून के राज से ही बच हुआ है। अगर हम इसमें असफल हो जाते हैं, तो हमारे पास खोने के लिए कुछ नहीं है। अगर वह(नवाब मलिक) आज जेल जाते हैं तो यह अनुचित होगा।देसाई: वह एक सिटिंग मंत्री हैं, अगर उनसे दस्तावेज मांगे जाते तो वे दे देते। उनकी गिरफ्तारी से क्या हासिल होगा? उनका इस अपराध से कोई लेना-देना नहीं है।एएसजी: मेरे पास 3 सबमिशन हैं। यह एक रिमांड चर्चा है न कि डिस्चार्ज आवेदन।पीएमएलए के तहत यह एक प्रिडिक्ट गुनाह है। यह एक कंटीन्यूइंग अपराध है, क्योंकि मलिक अभी भी कस्टडी में है।दूसरा सबमिशन PMLA की धारा 19 है। मुझे केवल पीएमएलए की धारा 19 के तहत गिरफ्तारी पर संतोष दिखाने की जरूरत है।अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर एएसजी : जांच एजेंसी का अपना काम करने का तरीका है। हम किसे गिरफ्तार करें या नहीं यह आप तय नहीं करेंगे। मैंने कहा है कि पैसा हसीना के पास गया है और उसके पास से दाऊद के पास गया है।नवाब मलिक की गिरफ्तारी के लिए ED के असिस्टेंट डायरेक्टर नीरज कुमार की तरफ से जारी किया गया अरेस्ट ऑर्डर।

नवाब मलिक की गिरफ्तारी के लिए ED के असिस्टेंट डायरेक्टर नीरज कुमार की तरफ से जारी किया गया अरेस्ट ऑर्डर।

नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद मुंबई में ED के सहायक निदेशक, नीरज कुमार द्वारा जारी अरेस्ट आर्डर में कहा गया,’नवाब मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम, 2002 के प्रावधानों के तहत दंडनीय अपराध का दोषी पाया गया है। इसलिए, Prevention of Money Laundering Act, 2002 (2003 का 15) की धारा 19 की उप-धारा (1) के तहत मुझे प्रदान की गई शक्तियों का प्रयोग करते हुए, मैं मोहम्मद नवाब मोहम्मद इस्लाम मलिक को गिरफ्तार करता हूं। 23 फरवरी 2022 की 14.45 बजे नवाब मलिक को गिरफ्तार किया गया है।”

गिरफ्तारी के बावजूद मलिक का अंदाज नवाबों वाला, बोले- डरेंगे नहीं, लड़ेंगे और जीतेंगेनवाब मलिक को जब ED पूछताछ के लिए घर से दफ्तर ले जा रही थी, तब उनकी बॉडी लैंग्वेज अचीवर वाली थी। इसके बाद जब उन्हें गिरफ्तारी के बाद ED दफ्तर के बाहर लाया गया तो उन्होंने बाहर निकलते हुए हाथ उठाकर मुक्का बांधा और जोरदार पंच के साथ हवा में लहराया।

घर के गेट से गाड़ी तक मलिक ने चेहरे पर बड़ी मुस्कान बनाए रखी। इस दौरान वे मीडिया की तरफ हाथ उठाकर लहराते भी रहे। मेडिकल जांच के लिए अस्पताल जाने के दौरान मलिक ने मीडिया से कहा कि डरेंगे नहीं, लड़ेंगे और जीतेंगे।

नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद उनके ऑफिस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से 'पुष्पा' फिल्म के चर्चित डायलॉग के साथ यह ट्वीट किया गया है।

नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद उनके ऑफिस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ‘पुष्पा’ फिल्म के चर्चित डायलॉग के साथ यह ट्वीट किया गया है।

गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक गलियारे में भी गर्मीनवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारे में भी गहमागहमी शुरू हो गई है। इस कार्रवाई पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री व कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि ये निचले स्तर की राजनीति है। केंद्रीय एजेंसी जानबूझकर लोगों को परेशान कर रही है।

उधर, भाजपा ने उद्धव सरकार पर हमला बोला है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि मलिक महाराष्ट्र कैबिनेट से इस्तीफा दें। उन्होंने गिरफ्तारी के सवाल पर कहा कि जैसी करनी, वैसी भरनी।

मलिक की गिरफ्तारी के बाद NCP कार्यकर्ता भड़के, लगाना पड़ा भारी पुलिस बल

नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद ED ऑफिस पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद ED ऑफिस पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद ED ऑफिस के बाहर मौजूद NCP कार्यकर्ता भड़क गए और नारेबाजी करने लगे। हालात खराब होते देख वहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

सुबह 5 बजे मलिक के घर पहुंची थी ED टीमजानकारी के मुताबिक, ED की टीम बुधवार सुबह 5 बजे मलिक के कुर्ला के नूर मंजिल स्थित घर पहुंची। इसके बाद टीम 7 बजे उनके घर से निकली और 7.45 बजे ED ऑफिस पहुंची। इस दौरान CRPF की एक बड़ी टीम उनके साथ थी। मलिक से पूछताछ के बाद NCP कार्यकर्ताओं के भड़कने की आशंका थी। इस कारण ED ने पूरी कार्रवाई को चुपके से अंजाम दिया। ED ऑफिस के बाहर भी भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। इस दौरान आसपास के ट्रैफिक को भी डायवर्ट कर दिया गया।

सैकड़ों की संख्या में NCP कार्यकर्ता ED ऑफिस के बाहर पहुंचे गए और BJP के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।

सैकड़ों की संख्या में NCP कार्यकर्ता ED ऑफिस के बाहर पहुंचे गए और BJP के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।

मलिक पर अंडरवर्ल्ड से जमीन खरीदने का आरोप9 नवंबर 2021 को महाराष्ट्र के पूर्व CM देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड से रिश्ते का सनसनीखेज खुलासा किया था। उन्होंने कहा था कि नवाब मलिक ने दाऊद इब्राहिम के गैंग से जमीनें खरीदीं। ये जमीनें मुंबई में ब्लास्ट करने के आरोपियों की हैं। पूर्व CM ने आरोप लगाया कि सरदार शाह वली खान और हसीना पारकर के करीबी सलीम पटेल के नवाब मलिक के साथ व्यवसायिक संबंध हैं। इन दोनों ने नवाब मलिक के रिश्तेदार की एक कंपनी (Solidus company) को मुंबई के LBS रोड पर मौजूद करोड़ों की जमीन कौड़ियों के दाम में बेची।

फडणवीस के मुताबिक जमीन की बिक्री सरदार शाह वली खान और सलीम पटेल ने की थी। नवाब मलिक भी इस कंपनी से कुछ समय के लिए जुड़े हुए थे। कुर्ला के LBS रोड पर मौजूद 3 एकड़ जमीन सिर्फ 20-30 लाख में बेची गई, जबकि इसका मार्केट प्राइस 3.50 करोड़ से ज्यादा था। पूर्व CM ने इसके सभी सबूत सेंट्रल एजेंसीज को देने की बात भी कही थी। माना जा रहा है कि इसी मामले में कार्रवाई करते हुए ED की टीम ने मलिक को पूछताछ के लिए उठाया है। हालांकि ED की ओर से इस पर अभी कोई बयान जारी नहीं किया गया है।

ED ऑफिस के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।

ED ऑफिस के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी पूछताछ संभवमलिक को लेकर एक थ्योरी यह भी सामने आ रही है कि दाऊद के भाई इकबाल कासकर ने ED की पूछताछ में उनका नाम लिया है। कासकर शुक्रवार को जेल से गिरफ्तार होने के बाद ED की कस्टडी में है। दाऊद इब्राहिम और उसके करीबी लोगों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच चल रही है। कासकर को सात दिनों के लिए ED की हिरासत में भेज दिया गया है। सूत्रों की मानें तो कासकर और मलिक की कंपनी के बीच एक जमीन की लेनदेन के सबूत ED को मिले हैं। इस मामले में ED ने 2 बिल्डरों को समन भी जारी किया है।

उज्ज्वल निकम ने कहा-गिरफ्तारी का मतलब ED के पास पुख्ता सबूतमलिक की गिरफ्तारी के बारे में सरकारी वकील उज्जवल निकम का कहना है कि ED के नवाब मलिक को अरेस्ट करने का मतलब साफ है कि जांच एजेंसी के पास उनके खिलाफ ठोस और पुख्ता सबूत हैं। कस्टडी की मांग के लिए जांच एजेंसी को अरेस्ट करने की वजह के तौर पर प्रारंभिक सबूत पेश करने होते हैं। इसके बिना अरेस्ट करना गैरकानूनी होता है। पूरी स्टोरी यहां पढ़े..

ED की टीम सुबह 7.45 बजे से मंत्री मलिक से पूछताछ कर रही थी।

ED की टीम सुबह 7.45 बजे से मंत्री मलिक से पूछताछ कर रही थी।

आवाज उठाने वालों को डराया जा रहा है: राउतशिवसेना सांसद संजय राउत ने ED की कार्रवाई पर कहा, ‘जो कोई भी BJP और केंद्र सरकार के खिलाफ अपनी आवाज उठाता है उसे केंद्रीय जांच एजेंसियों के जरिए डराने-धमकाने का काम काफी दिनों से शुरू है। आज भी ED ने वही किया है, लेकिन मेरा सवाल यह भी है कि आखिर सिर्फ महाविकास अघाड़ी के नेताओं पर ही ED के अधिकारियों की कार्रवाई क्यों हो रही है? क्या BJP के नेताओं पर कोई भी मामला नहीं है। या वह सब बिल्कुल दूध के धुले हुए हैं। मुझे पूरा यकीन है कि शाम तक नवाब मलिक घर जरूर लौटेंगे। 2024 के बाद इन सब की भी जांच होगी। आने वाले दिनों में मैं कई BJP नेताओं और अधिकारियों के बारे में खुलासा करूंगा। इसके लिए भले ही मुझे कितनी भी बड़ी कीमत क्यों न चुकानी पड़े।’

यह BJP की पोल खोलने का बदला है: पाटिलकैबिनेट मंत्री जयंत पाटिल ने कहा, ‘किसी भी प्रकार की पूर्व सूचना न देते हुए नवाब मलिक को पूछताछ के लिए ED कार्यालय ले जाया गया है। नवाब मलिक ने बीते दिनों जिस तरह से BJP के नेताओं की पोल खोल की थी, उसी का बदला अब लिया जा रहा है।’

मुझे भी बदनाम करने की हुई थी कोशिश: शरद पवारNCP सुप्रीमो शरद पवार ने कहा, ‘जिस तरह से एजेंसीज का गलत इस्तमाल लगातार हो रहा है, उसे देखते हुए हमें लग रहा था कि ये आज नहीं तो कल जरूर होगा। नवाब मलिक लगातार बोल रहे हैं, इसलिए कोई न कोई मामला निकालकर उन्हें परेशान किया जाएगा ये हमें पता था। अगर कोई मुस्लिम कार्यकर्ता है तो ये दाऊद का नाम लेने लगते हैं, बिना किसी सबूत के। जब मैं CM था तब मुझे भी इसी तरह बदनाम करने की कोशिश हुई थी। जो भी केंद्र या इन एजेंसीज के खिलाफ बोलता है, उसे परेशान करने की कोशिश की जाती है। वही बात यहां भी हुई है।”

हमें लगातार डराने की कोशिश हो रही है: सुप्रिया सुलेसुप्रिया सुले ने कहा, ‘मेरी मलिक के परिवार से बातचीत हुई। मलिक कैबिनेट मंत्री है, मेरी जानकारी के मुताबिक उन्हें पहले कोई नोटिस नहीं दी गई थी। जांच में सहयोग करने की बात मलिक ने की है। ट्वीटर के जरिए धमकी दे रहे थे कि इसको नोटिस आएगा उसको आएगा, ये कोई नई बात नहीं है। MVA सरकार के नेता हो या देश के अन्य नेता, पिछले कुछ समय से लगातार ED और अन्य एजेंसियों के नोटिस, धमकियां आ रही हैं। मैंने संसद में भी ये मुद्दा उठाया था। नवाब मलिक लगातार सच बोल रहे थे। इसलिए शायद उनकी आवाज दबाने के लिए ये किया गया हो सकता है।’

प्रियंका चतुर्वेदी ने UP चुनावों से मलिक की गिरफ्तारी को जोड़ानवाब मलिक की गिरफ्तारी को शिवसेना प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने यूपी चुनाव से जोड़ा है। शिवसेना सांसद ने कहा, ‘बीजेपी का नरेटिव सेट करने में लगी हैं केंद्रीय एजेंसियां’ उन्होंने कहा,’ED, IT, NCB, CBI, पाकिस्तान और दाऊद यह सभी बीजेपी के कैंपेन टूल बन चुके हैं। बीजेपी इनका इस्तेमाल समय-समय पर नैरेटिव सेट करने के लिए करती है। सुशांत सिंह राजपूत के केस में महाराष्ट्र ने सीबीआई को एक्सपोज करने का काम किया है। हमने ड्रग्स मामले में एनसीबी का पर्दाफाश किया और आज ईडी खुद को बीजेपी का विस्तारित विभाग बन गई है।’

बीजेपी नेता आशीष शेलार का ट्वीट

बीजेपी नेता आशीष शेलार का ट्वीट

जिसने खीर नहीं खाई उसे नहीं डरना चाहिए: आशीष शेलारनवाब मलिक मामले पर BJP नेता आशीष शेलार ने ट्वीट कर कहा, “जिसने खीर नहीं खाई है, उसे डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन अगर आपने खीर खाई है तो आप कितना भी मासूम चेहरा बना लें, दिखावा कर लें फिर भी आप डूबेंगे ही।’

भाजपा जब घबराती है तो एजेंसीज को लाकर अपमानित करती है: अखिलेश यादवमलिक की गिरफ्तारी के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा,’भाजपा जब घबराती है तो इस तरह एजेंसियों को लाकर लोगों को अपमानित करती है। झूठे आरोप लगाकर उन्हें जेल भेजती है। हमने देखा है जब विधान परिषद में बारूद की पुड़िया निकली थी। बाद में वो बुरादा पाया गया था। भाजपा का यही काम है।”

मुंबई में बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़ मनाया जश्न।

मुंबई में बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़ मनाया जश्न।

नवाब मालिक की गिरफ्तारी पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्नमालिक की गिरफ्तारी के बाद भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने मुंबई में मनाया जश्न। भारतीय जनता युवा मोर्चा उत्तर मुंबई के अध्यक्ष अमर शाह ने कहा-आज एक देशद्रोही गिरफ्तार हुआ है। जिसका संबंध बम ब्लास्ट के आरोपी दाऊद इब्राहिम है। यह पैसे के लेन-देन में सहभागी रह चुका है। नवाब मालिक वही राज्य मंत्री है जो देवेंद्र फडणवीस, मोहित कंबोज जैसे बीजेपी के नेताओं पर आरोप लगा रहा था।

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