मुंबई में डेंगू के डंक से लोग परेशान हो रहे हैं। बीते 19 दिनों में डेंगू से 22 मरीज पीड़ित शहर में पाए गए हैं। डेंगू के अलावा स्वाइन फ्लू, मेलरिया और चिकनगुनिया जैसी मौसमी बीमारियां भी सिर उठाने लगी हैं। मौसमी बीमारियों के बढ़ते मामलों को देखते हुए मनपा के स्वास्थ्य विभाग ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
बता दें कि हर साल मानसून की शुरुआत से ही मौसमी बीमारियां तेजी से बढ़ने लगती है, जिसे कई तरह के उपाय योजनाएं चला कर स्वास्थ्य विभाग नियंत्रित करती है। हालांकि इस साल शहर और उपनगरों में बारिश अनुमान के मुताबिक बारिश नहीं हो रही है। इसके बावजूद डेंगू समेत कई मौसमी बीमारियों से ग्रसित मरीज इलाज के लिए अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। मनपा स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मई में डेंगू के 34 मरीज मिले थे, जबकि एक से 19 जून के दौरान डेंगू के 22 मामले सामने आए हैं। इस बीच इस महीने के तीन सप्ताह में स्वाइन फ्लू के दो और चिकनगुनिया का एक मामला भी सामने आया है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने जताई चिंता
डेंगू सबसे प्रचलित वेक्टर-जनित अर्बोवायरस में से एक है, जो एडीज मच्छर द्वारा मनुष्यों के बीच फैलता है। वहीं स्वास्थ्य अधिकारियों ने बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है, क्योंकि लक्षण कोरोना के समान हैं। चिकित्सकों के मुताबिक महामारी के वृद्धि के बीच गलत निदान हो सकता है। इसलिए मनपा ने नागरिकों से मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए सभी आवश्यक सावधानी बरतने का आग्रह किया है।
अनावश्यक पानी संचय से बचने की जरूरत
चिकित्सकों का कहा कि आवासीय क्षेत्रों के आसपास रखे ड्रमों, बर्तनों अथवा टायरों में पानी के अनावश्यक संचय से बचना आवश्यक है। घरेलू कामों में इस्तेमाल होने वाले पानी को भी ढक कर रखना चाहिए। अपने आस-पास साफ-सफाई रखें। साथ ही बुखार आने पर रक्त परीक्षण करें। मनपा की कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मंगला गोमारे ने कहा कि वार्डों।में लक्षणों की जानकारी, शिक्षा और संचार (आईईसी) के साथ सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। दैनिक रोग निगरानी, शीघ्र निदान व उपचार और तत्काल नियंत्रण उपायों के कार्यान्वयन जैसी गतिविधियां शुरू की गई हैं।