मुंबई। भगवान का घर कहाँ है? उनका नंबर दो और मेरे पापा को जल्दी भेज दो, दिवाली आ रही है, आत्महत्या करने वाले किसान की बेटी ने मुख्यमंत्री को भावुक पत्र लिखा है |
‘तुम्हारे घर में दशहरा अच्छा है तो दिवाली भी अच्छी होगी, लेकिन हमारे घर में न दशहरा होता है और न दिवाली। इस लड़की के पिता ने खेती मे नुकसान और कर्ज से तंग आकर कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली है। यह लड़की हिंगोली जिले की रहने वाली है और उसने जो खत लिखा है उसे पढ़कर किसी की भी आंखों में आंसू आ जाएंगे| कर्ज से तंग आकर बलिराजा ने आत्मघाती कदम उठाया। हालाँकि उसके पीछे परिवार किस तरह टूट रहा है, इसका एक हृदयविदारक दृश्य इस छोटी लड़की के पत्र से सामने आता है।
पत्र लिखने वाली लड़की का नाम किरण नारायण खोडके है। 15 अक्टूबर 2023 को लड़की के पिता नारायण खोडके ने कर्ज के कारण आत्महत्या कर ली। घर में कमाने वाले के चले जाने से पूरा परिवार सदमे में है। पिता की मौत से बेसहारा हुई बेटी ने अपने पिता को वापस लाने के लिए सीधे मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
पत्र मे क्या लिखा है ?
सर, आपका दशहरा अच्छा गया होगा और आपकी दिवाली भी अच्छी जाएगी , लेकिन हमारे घर में कोई दशहरा नहीं, कोई दिवाली नहीं। माँ रोते रहती है ओर कहती है कि भाव मिला होता तो तुम्हारे पिता आत्महत्या नहीं करते। खेत में नुकसान होने से सोयाबीन कम हुआ और माँ ने पिताजी से झगड़ा हो गया था। उसके बाद हमारे पिता फिर कभी नहीं आये। दादी से पूछने पर दादी कहती हैं भगवान घर चले गए। मुख्यमंत्री सर भगवान का घर कहाँ है? उसका नंबर दो और जितनी जल्दी हो सके मेरे पिताजी को भेज दो। दिवाली आ रही है। हमारे घर में दो बहनें , मैं और दादी है । मैं हर दिन बाबा(पिता ) का इंतजार करती हूं लेकिन वह नहीं आते।’ तो दिवाली पर हमें रिसोडाला मार्केट कौन ले जाएगा? नये कपड़े कौन खरीदेगा?
क्या आपके पिताजी बाहर जाने पर आपकी दिवाली थी? तुम्हें बाज़ार कौन ले जाता है? लोग कहते हैं सरकार के कारण तुम्हारे बाप भगवान के घर गए है | क्या यह सच है? भगवान से कहो और बाबा को भेज दो। हमें दिवाली के बाजार में जाना है। एक किसान की बेटी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि पिताजी को बता देना कि आपकी बेटी रो रही है, वह जल्द आएंगे।