विश्व बेघर दिवस
मुंबई। हालांकि सरकार ने मुंबई में फुटपाथ पर रहने वाले बेघरों के अधिकारों के लिए कई योजनाओं की घोषणा की है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सरकार की योजना की सफलता पर ध्यान दें तो लक्ष्य हासिल हो जाएगा और मुद्दों का स्थायी समाधान हो जाएगा।
पहचान संस्था के अध्यक्ष और राज्य आश्रय नियंत्रण समिति के सदस्य ब्रिजेश आर्य की पहल पर विश्व बेघर दिवस के अवसर पर वरली में बेघरों के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने कहा कि लगातार फॉलोअप के बाद अब मुंबई मनपा ने बेघरों के लिए प्रशिक्षण और आश्रय की घोषणा की है। यदि केंद्र सरकार के माध्यम से सभी को सही मकान मिल जाए तो समस्या हल हो जाएगी। ब्रिजेश आर्य ने कहा कि समस्याएं बहुत हैं और अब सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है। चुनाव आयोग, केनरा बैंक, तहसीलदार और राशन अधिकारी की मदद से बेघरों को मदद मिल रही है। इस अवसर पर सुभाष रोकड़े, रेखा खारवी, शांताबाई सोनटक्का, पूजा वाघरी, गीता खारवी, भारती भोजया, संजना, मंदा जोशी, सुनीता कांबले उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में सेंट जेवियर्स कॉलेज के एसआईपी स्वयंसेवकों में मीनाक्षी बिपिन, बेनी कोचर, महक वाधवा, स्नेहा साईजी, राचेल, ऐमिनी मैथ्यू, विश्वजीत ध्रुवशाह उपस्थित थे।