जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम के बदलते मिजाज से संभ्रम में पड़े मौसम विभाग (meterology department) के वैज्ञानिकों ने आखिरकार पुष्टि की है कि बंगाल(bangal) की खाड़ी और अंडमान (andman) के सागर में हवा का बना कम दबाव का क्षेत्र चक्रवाती (cyclone) तूफान का रुप लेता दिखाई दे रहा है। आज उसके चक्रवाती तूफान अर्थात बंगला तूफान में तब्दील होने की प्रबल संभावना है। इसे असनी (asani cyclone) तूफान भी कहा जा रहा है। फिलहाल भीषण गर्मी और मानसून के समय पर इसका क्या असर पड़ेगा? इसे लेकर कोई स्पष्टता नहीं है। हालांकि मौसम वैज्ञानिकों ने जरूर स्पष्ट किया है कि इस चक्रवाती तूफान का असर मुंबई और महाराष्ट्र नहीं पड़ेगा लेकिन यहां तापमान (temprature) में हल्की गिरावट आएगी।
मानसून समय से पहले नहीं
बंगाल की खाड़ी और अंडमान के सागर में बन रहे बंगाली चक्रवात से मानसून 10 दिन पहले आएगा, इसे मौसम विभाग ने सिरे से खारिज कर दिया है। भौगोलिक और मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार इस तरह की स्थितियां बनती रहती है। मौसम अपने अनुकूल वातावरण बनाता है। मौसम का रूख कब किस ओर मुड जाएगा इसे स्पष्ट रूप से कहा नहीं जा सकता। यह चक्रवात भारतवर्ष में किस क्षेत्र में अनुकूल प्रभाव डालेगा और किस क्षेत्र में प्रतिकूल प्रभाव डालेगा यह आगे कि अध्ययन का विषय है।
कैसे और कहां से गुजरेगा तूफान
मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर में बने कम दबाव का क्षेत्र के रविवार को चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है। यह तूफान 4 मई से बन रहा था। इससे आस-पास के क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग की ओर से दी गई है। चक्रवात उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक डिप्रेशन बना है, जो आज 8 मई को पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान के रूप में तेज होने की संभावना है। इसके बाद दस मई की शाम तक उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। उत्तर आंध्र प्रदेश, ओडिशा के तटों से पश्चिम-मध्य और इससे सटे बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी तक पहुंचने की संभावना है। इसके बाद, इसके उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ने और ओडिशा तट से दूर बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी की ओर बढ़ने की संभावना है।
यहां है सबसे ज्यादा खतरा
यह चक्रवात उड़ीसा की ओर बढ़ेगा। दक्षिण अंडमान और बंगाल की खाड़ी के आस-पास के इलाकों में रहनेवालों के लिए चेतावनी जारी की गई है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। अंडमान द्वीप समूह में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान है।
मुंबई को राहत तो विदर्भ में गर्मी का अलर्ट
मुंबई में अगले एक सप्ताह तक गर्मी का पारा अधिकतम 32 से 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने वाला है। न्यूनतम तामपान 27 से 28 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। इस बीच विदर्भ के सात जिलों के लिए गर्मी का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों के कुछ स्थानों पर हीटवेव चलेगी। इसमें वर्धा, चंद्रपुर, अमरावती, अकोला, यवतमाल और वाशिम जिले के लिए शनिवार से बुधवार तक के लिए गर्मी का येलो अलर्ट जारी किया गया है। नागपुर के लिए गर्मी का सोमवार से बुधवार तक का अलर्ट जारी किया गया है
तपिस में महाराष्ट्र, पारा 45 के पार
राज्य में गर्मी का पारा 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है। शनिवार को चंद्रपुर में राज्य का सर्वाधिक तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वर्धा में अधिकतम तापमान 44.4 और यवतमाल में 44.2 डिग्री सेल्सियस रहा। ब्रम्हपुरी में 44 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। अमरावती में अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस, नागपुर और अकोला में 43.7 डिग्री सेल्सियस, गडचिरोली में 42.6 डिग्री सेल्सियस, गोंदिया में 41.2 डिग्री सेल्सियस और बुलढाणा में अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विदर्भ में भीषण गर्मी से लोग बेहाल हैं।