मुंबई। महाराष्ट्र में करीब ४,२८,८१४ छात्रों का आधार कार्ड अवैध(Aadhaar card of students is invalid)पाया गया है, जबकि ५,५४,८३७ छात्रों का आधार में त्रूटियां मिली है। इसलिए राज्य में ९,८३,६५२ छात्र क्रमांक के बिना ही हैं। ऐसे में इन खामियों को दूर करने के लिए स्कूल स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। इसके बाद भी शिक्षक शिकायत कर रहे हैं कि छात्रों का डाटा नहीं जुड़ रहा है। इसका मुख्य कारण अभिभावकों की तरफ से गलत पंजीयन कराया गया है। इस स्थिति में कई बार प्रयासों के बाद भी छात्रों का आधार कार्ड दुरुस्त नहीं हो पा रहा है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के सभी स्कूलों में जल्द ही ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू हो जाएंगे। इसलिए छात्रों के आधार पंजीयन की प्रक्रिया फिर से रुक जाएगी। बता दें कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कई बार अवधि दिए जाने के बाद भी स्कूली छात्रों का आधार पंजीयन अभी तक पूरा नहीं हो सका है। बताया गया है कि ठाणे जिले में सबसे अधिक करीब दो लाख छात्रों के आधार क्रमांक में खामियां है। स्कूल शिक्षा विभाग ने जिन छात्रों का आधार क्रमांक अवैध है वे क्या नियमित स्कूल आ रहे हैं इसकी जांच करके आधार पंजीयन की खामियों को त्वरित निस्तारण करने का आदेश दिया है।
ये हैं आधार वैध करने के कारण
छात्रों के नाम, पता, लिंग के बारे स्कूलों में और आधार कार्ड पर दर्ज जानकारी में अंतर है। इसलिए कई छात्रों के आधार कार्ड अवैध हो गए हैं। इसके साथ ही सरल पोर्टल पर छात्रों का डेटा सेव करते हुए कई समस्याएं पैदा हो रही है। अपेक्षा है कि एक बार छात्र का पंजीयन सरल पर सेव होते ही उस छात्र के आठवीं तक जाने तक अपने आप अगली कक्षा के लिए पंजीयन अपडेट होती रहे। हालांकि हर साल मैन्यूअल अपडेट करना जरूरी है। शिक्षकों का कहना है कि इस तकनीकी समस्या को दूर करने की जरूरत है।
छात्रों का नहीं होने पाएगा नुकसान
स्कूल शिक्षा आयुक्त सूरज मांढरे ने कहा कि छात्रों के आधार का पंजीयन शुरू है। जिन छात्रों के आधारकार्ड नहीं है, उनका किसी तरह का नुकसान नहीं होने पाएगा। गुट शिक्षाधिकारी के जरिए जिन छात्रों का आधार कार्ड नहीं है, उनका सर्वे करने का आदेश पहले ही दिया जा चुका है। उन्होंने कहा कि बिना आधार कार्ड वाले छात्रों की नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। छात्रों के आधार क्रमांक अवैध होने के क्या कारण हैं, उसकी जांच करके उन्हें इसे उपलब्ध कराए जाने की कोशिश की जाएगी।