अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर में नए पुजारियों की भर्ती शुरू हो गई है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर में रामलला के विराजमान होने से पहले उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2023 है। चयनित उम्मीदवारों को प्रवेश परीक्षा देनी होगी। इसके बाद उन्हें छह माह तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस विशेष प्रशिक्षण के बाद उन्हें पुरोहिती में नियुक्त किया जाएगा। प्रशिक्षण अवधि के दौरान उन्हें पारिश्रमिक के रूप में एक निश्चित राशि दी जाएगी।
अयोध्या में रामलला की पूजा वैष्णव परंपरा की रामानंदीय परंपरा के अनुसार होती है। अत: पुजारी पद के इच्छुक व्यक्तियों को रामानंदीय परंपरा के अनुसार दीक्षा लेनी होगी। प्रशिक्षण के बाद उन्हें पुरोहिती के लिए नियुक्त किया जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट ने पुजारी पद के लिए एक अधिसूचना प्रकाशित की है।
22 जनवरी को राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी। उम्मीद है कि इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद मंदिर और रामलला के लोकार्पण समारोह में शामिल होंगे। मंदिर के विस्तार और श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए ट्रस्ट पूजापाठ आदि के लिए और पुजारी नियुक्त करने की तैयारी कर रहा है।
ट्रस्ट की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, राम मंदिर की सेवा के लिए जल्द ही पुजारियों के कई पदों पर भर्ती होने वाली है। इन पदों के लिए अयोध्या के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी। प्रवेश परीक्षा के बाद चयनित अभ्यर्थियों को छह महीने तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद उन्हें पुजारी पद पर नियुक्त किया जाएगा. प्रशिक्षण के दौरान पुजारियों के लिए आवास एवं भोजन की व्यवस्था की जायेगी। उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा 20 से 30 वर्ष है। साथ ही, वे देश के किसी भी हिस्से के निवासी हों, इस पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। इच्छुक उम्मीदवार श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।