मनपा के केईएम (kem hospital) अस्पताल में अगले सप्ताह से निजी पेड बेड योजना की शुरुआत होने जा रही है। इसके तहत अस्पताल में प्रायोगिक तौर पर 17 बेड कार्यान्वित किए जाएंगे। निजी पेड बेड योजना के तहत उपचार कराने के लिए आने वाले मरीजों की निगरानी अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सक रखेंगे। यह जानकारी देते हुए मनपा के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकाणी ने कहा कि मरीजों का उपचार निजी अस्पतालों की तरह और उचित कीमत पर किया जाएगा।
मुंबई मनपा द्वारा केईएम, नायर, सायन और कूपर जैसे बड़े अस्पताल कार्यान्वित किए जा रहे हैं। इसके अलावा कस्तूरबा विशेष वायरल अस्पताल सहित 16 उपनगरीय अस्पताल, प्रसूति अस्पताल और दवाखाने भी संचालित हैं। इन अस्पतालों के माध्यम से मनपा लोगों को नि:शुल्क उपचार उपलब्ध करा रही है। उपचार की मिल रही उत्तम सुविधाओं के चलते महाराष्ट्र समेत देशभर से गरीब मरीज इलाज के लिए मनपा अस्पतालों में भर्ती होते हैं। ऐसे में अस्पतालों के अधिकांश बेड मरीजों से भरे रहते हैं। इसके साथ ही यहां भीड़-भाड़ भी रहती है। ऐसे में कई बार मरीजों को मुंबई में स्थिति निजी अस्पतालों का विकल्प चुनना पड़ता है। वहीं इसे देखते हुए निजी अस्पतालों की तर्ज पर मनपा के अस्पतालों में 10 फीसदी पेड बेड योजना शुरू किया जा रहा है। मनपा प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि केईएम अस्पताल में प्रायोगिक तौर पर 17 पेड बेड शुरू किए जाएंगे। इसके बाद यह सुविधा मनपा के अन्य अस्पतालों में चरणबद्ध तरीके से शुरू होंगे।
ये है मनपा की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं
मनपा के सभी अस्पतालों में कुल 12 हजार बेड हैं। इसमें वेंटिलेटर, आईसीयू बेड भी शामिल हैं। 10 प्रतिशत पेड बेड योजना में भी आईसीयू और वेंटिलेटर को शामिल किया गया है। इस वार्ड में मरीजों का इलाज मनपा के विशेषज्ञ चिकित्सक करेंगे। साथ ही निजी अस्पतालों की तरह स्वच्छता और परिजनों के लिए रहने की व्यवस्था होगी। केईएम के साथ मनपा के बेड़े में शामिल होने वाले नए अस्पतालों में भी पेड बेड की व्यवस्था करने का प्रयास किया जाएगा।