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पुणे3 घंटे पहले
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आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस कमिश्नर ने एक बिजनेसमैन का रूप बदल था।
पिंपरी चिंचवड़ जिले में पुलिस अधिकारियों के नाम पर वसूली की कई शिकायतें मिल रहीं थी। इसका भंडाफोड़ करने के लिए पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश ने वेश बदलकर छापा मारा और एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। सोमवार सुबह तक इस मामले में तीन लोगों को अरेस्ट किया गया है, आने वाले दिनों में कुछ अन्य के इसमें गिरफ्तार होने की संभावना है। इस गोरखधंधे में दो महिला भी शामिल थीं, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
ऐसे हुआ कमिश्नर के नाम पर ठगी का खुलासापुणे में विनसेंट जोसेफ नाम के एक शख्स के घर में रोशन बागुल नाम का ठग किराए पर रह रहा था। वह खुद को साइबर क्राइम विभाग का ऑफिसर और पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश का करीबी बताता था। कुछ महीनों से रोशन घर का किराया नहीं दे रहा था, जिसके बाद विनसेंट और उसके बीच विवाद शुरू हो गया। वह अपने रसूख की बात कह ओनर को धमकाने लगा। साथ ही विनसेंट को झूठे छेड़खानी के मामले में फंसाने का डर भी दिखा रहा था। रोज-रोज की परेशानी से तंग आकर विनसेंट ने कमिश्नर कृष्ण प्रकाश से मिलकर पूरी घटना बताई और इस मामले का खुलासा हुआ।
ऐसे वेश बदल आरोपी को पकड़ने गए पुलिस कमिश्नर।
ऐसे पुलिस कमिश्नर ने आरोपी को अरेस्ट कियामामले की सच्चाई का पता लगाने के किए कमिश्नर ने अपना रूप बदला और विनसेंट जोसेफ के साथ मिलकर आरोपियों को पकड़ने का काम किया। वे एक जमीन की खरीद-फरोख्त को लेकर रोशन से मिले और रोशन ने यह बताया कि इस काम के लिए पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश ने ढाई लाख रुपए मांगे हैं।
आरोपी ने एक होटल मालिक से जमीन दिलवाने के नाम पर पैसे लिए थे।
रोशन ने कृष्ण प्रकाश और एक होटल मालिक, किसान से मीटिंग भी करवाने का वादा किया। साथ ही यह भी कहा कि अगर पूरे पैसे नहीं हैं तो एर इसका कुछ हिस्सा अभी दे सकते हैं। इसके बाद कमिश्नर एक लाख रुपए लेकर आरोपी के पास पहुंचे और उसे जब पता चला कि पैसे दे रहा शख्स खुद पुलिस कमिश्नर है, तो उसके हाथ-पांव फूल गए। इस दौरान उसके साथ दो महिलाएं भी थी। इसके बाद कमिश्नर ने तीनों को गिरफ्तार करवाया।
आरोपी का नकली आई कार्ड।
पहले भी वेश बदल कई क्राइम का भंडाफोड़ कियायह पहली बार नहीं है जब पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश वेश बदल कर किसी केस को क्रैक करने के लिए निकले थे। इससे पहले भी उन्होंने वेश बदल पुलिस कर्मियों की इमानदारी का टेस्ट लिया था। कमिश्नर का पदभार ग्रहण करने के बाद कृष्ण प्रकाश ने भयमुक्त पिंपरी चिंचवड़ का नारा दिया था, लेकिन पिछले कुछ महीनों से शहर में हत्या, लूटपाट, डकैती, गुंडागर्दी और तोड़फोड़ जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं। यही वजह है कि वे वेश बदल कर लोगों के बीच जा रहे हैं और क्राइम की पड़ताल कर रहे हैं।
आरोपी के पास से एक लाख रुपए बरामद हुए हैं।
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