राज्य में पिछले कुछ दिनों से गर्मी(heat wave) के पारा नागरिकों की जान ले रहा है। महाराष्ट्र( maharashtra) के विदर्भ और मराठवाड़ा में सूरज धरती पर आग उगल(heat stock) रहा है। इस साल राज्य में मार्च और अप्रैल(march and April) के बीच पिछले आठ सालों का रिकॉर्ड टूट गया और सबसे ज्यादा तापमान (tamprature) दर्ज किया गया। महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों में हीट स्ट्रोक की चपेट में आए 374 लोगों का इलाज चल रहा है, जबकि 25 की मौत होने की जानकारी राज्य स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दी गई है। सबसे ज्यादा 11 लोगों की मौत का नागपुर में हुई है। धरती पर आग उगलते सूरज से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से हीट स्ट्रोक के कहर से सचेत रहने की सलाह दी जा रही है।
देश में प्रचंड गर्मी, जल्द राहत की उम्मीद
देश में प्रचंड गर्मी की वजह से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। उत्तर-पश्चिम और मध्य हिंदूस्थान में पिछले 122 साल में अप्रैल का महीना सबसे अधिक गर्म रहा। हालांकि अब मई का महीना आ गया। मई आते ही मौसम विभाग ने राहत भरी खबर दी है। आईएमडी ने कहा है कि देश में लोगों को प्रचंड गर्मी से राहत मिलने की संभावना है। वहीं मौसम विभाग ने सोमवार यानी दो मई से दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़, पूर्वी राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना जताई है। आईएमडी ने कहा कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और पश्चिमी राजस्थान में 3 मई से लू खत्म हो जाएगी. आईएमडी के मुताबिक, देश में इस साल मई के दौरान औसत बारिश सामान्य से अधिक रहने की संभावना है. साथ ही विभाग ने कहा कि मई में उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर हिंदूस्थान के कुछ हिस्सों के साथ-साथ दक्षिण-पूर्वी प्रायद्वीप में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है।
इन राज्यों में हो सकती है बारिश
अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर हिंदूस्थान और बिहार के कुछ हिस्सों, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, केरल, दक्षिण कर्नाटक और आंतरिक तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। साथ ही लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, ओडिशा के कुछ हिस्सों, आंध्र प्रदेश और दक्षिण छत्तीसगढ़ में छिटपुट हल्की बारिश हो सकती है। फिलहाल मई में महाराष्ट्र को गर्मी से राहत मिलता नहीं दिखाई दे रहा है।
दो महीनों में उष्माघात की चार लहरों का करना पड़ा है सामना
महाराष्ट्र में पिछले दो महीनों में उष्माघात के तीन से चार लहरों का सामना करना पड़ा है। विदर्भ, अकोला और ब्रह्मपुरी में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया है। इस वर्ष राज्य में भीषण गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक के मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। अप्रैल में पूरे राज्य में उष्माघात की चपेट में आने से 25 लोगों की मौत हो गई, जबकि 374 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में उपचार शुरू है।
केंद्र सरकार का राज्यों को सूचना
उष्माघात को लेकर केंद्र सरकार ने देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा है, जिसमें उष्माघात को लेकर सतर्क रहने की सूचना दी गई है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि उष्माघात को लेकर राज्य केंद्र के गाइडलाइन्स का पालन करें और नेशनल एक्शन प्लान पर ध्यान केंद्रित करें।
जिला उष्माघात के मरीज
नागपुर – 295
अकोला – 32
पुणे – 20
नाशिक – 14
संभाजीनगर – 11
लातूर – 1
कोल्हापूर – 1