ठाणे।दिवाली में ठाणे पूर्व स्थित कोपरी परिसर के पटाखा व्यापारियों की मनमानी से आम नागरिकों की परेशानी बढ़ गई है। यहां के दुकानों पर पटाखा खरीदने आनेवाले ग्राहकों की भीड़ और अनियमित तरीके से वाहनों के पार्क करने से सीधे असर ट्रैफिक पर पड़ रहा है। वहीं क्षेत्र में चल रहे सैटिस पुल के निर्माण कार्य में भी ट्रैफिक और भीड़भाड़ अड़चन पैदा कर रहा है। हालांकि इसे लेकर स्थानीय और ट्रैफिक पुलिस लापरवाह बनीं है। ऐसे में संभावना है कि स्थानीय नागरिकों का आक्रोश किसी समय भड़क सकता है।
उल्लेखनीय है कि कोपरी स्थित गांवदेवी मंदिर के पास पटाखा गली में कृष्णा पटाखे वाला, आहूजा ट्रेडर्स, महाकाली, सुरेश ट्रेडर्स जैसे कई पटाखों के होलसेल व्यापारियों की गोदाम और दुकान हैं। दिवाली में दोपहर से लेकर शाम के समय इस गली पटाखा खरीदने वालों की इतनी भीड़ रहती है कि खड़े होने के लिए भी जगह नहीं रहता। वहीं इनके दुकानों में रखे पटाखों के स्टॉल भी फुटपाथ को कब्जा किए रहता है।
पटाखा व्यापारियों की तरफ से नहीं किया गया नियोजन
दूसरी तरह पटाखा खरीदने आने वाले लोग अपने वाहन अव्यवस्थित तरीके से खड़े कर देते हैं। ऐसे में दोपहर से लेकर शाम तक सिद्धार्थनगर से ठाणे रेलवे स्टेशन तक सड़क पूरी तरह से जाम रहता है। स्टेशन के पास ही ट्रैफिक पुलिस का शाखा है। यहां नियुक्त अधिकारी और कर्मचारी ट्रैफिक को दूर करने के बजाय बैठ कर समय बिताने में मस्त रहते हैं। इसका खामियाजा अन्य नागरिकों को होता है।
सैटिस पुल के काम की रफ्तार पड़ी धीमी
समाजसेवक दीपक तावड़े ने कहा कि कोपरी सैटिस पुल का बीते दो-ढाई सालों से निर्माण कार्य शुरू है। हालांकि पटाखा व्यापारियों की मनमानी से इसका असर पुल निर्माण पर भी पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक जाम के चलते पुल के काम की रफ्तार धीमी पड़ गई है। इसी क्षेत्र में रहने वाले डेंटिस्ट डॉ. पंकज यादव ने कहा कि यह समस्या बीते कुछ दिनों से विकट हो गया है। ऐसे में इस मामले को ट्रैफिक द्वारा गंभीरता से लिया जाना चाहिए।