मुंबई। महाराष्ट्र में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रही है। जेलों में तेजी से बढ़ती कैदियों की इसका प्रमाण है। लगातार बढ़ रहे कैदियों के कारण जेलों में भी जाम जैसे हालात हो गए हैं। पुणे की यरवदा और मुंबई, ठाणे सहित कई जेलों में तो क्षमता से तीन गुना से अधिक कैदी हो गए हैं। ऐसी जानकारी जेल प्रशासन ने दी है।
जेल प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र की 60 जेलों में कुल 24,722 कैदियों को रखने की क्षमता है लेकिन जेलों में कुल कैदियों की संख्या 41,191 से अधइक हो गई है और इसमें प्रतिदिन बढ़ोत्तरी ही हो रही है। जेलों की बात करें तो सबसे बुरी हालत पुणे स्थित यरवदा सेंट्रल जेल की है, जहां 2323 पुरुष और 216 महिलाओं सहित कुल 2449 कैदियों को रखने की व्यवस्था है लेकिन वतर्मान में येरवदा सेंट्रल जेल में 6558 पुरुषों एवं 258 महिलाओं सहित कुल 6821 कैदी बंद हैं। मुंबई मध्यवर्ती कारागृह में 804 परुषों के रखने की व्यस्था है जबकि यहां 3629 कैदी बंद हैं। जबकि 1105 कैदियों (1080 पुरुष एवं 25 महिलाओं) की क्षमता वाली ठाणे सेंट्रल जेल में 4207 परुष एवं 142 महिला तथा 7 किन्नरों सहित 4356 कैदी बंद है। नागपुर, तलोजा, कल्याण, अमरावती, जलगांव, सोलापुर कोल्हापुर और सातारा स्थित सेंट्रल जेलों का भी लगभग ऐसी ही हालत है