शाइस्ता परवीन पिछले 64 दिन से यूपी पुलिस के लिए पहेली बनी हुई है। आखिर वो कहां है, पुलिस की पकड़ से दूर क्यों है यह सवाल आम लोगों के दिमाग में तो है ही पुलिस के अधिकारी भी परेशान है।(Shaista Parveen)
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बताया जा रहा है कि शाइस्ता को कहीं ना कहीं पुलिस के अंदरखाने से भी मदद मिल रही है जिसकी वजह से बच कर निकल जा रही है। एसटीएफ को कुछ पुलिस वालों पर शक भी है कि ने शाइस्ता को किसी न किसी रूप में जानकारी मुहैया करा रहे हैं। प्रयागराज में एक बार फिर छापेमारी की जा रही है।
पुलिस वाले भी मददगार !
शाइस्ता के बारे में कहा जा रहा है कि उसे लेडी गैंग मदद कर रही है जिसमें उसकी ननद आएशा नूरी और देवरानी जैनब फातिमा मदद कर रही है तो दूसरी तरफ यह भी कहा जा रहा है कि वो गुड्डू मुस्लिम के साथ है। यह सब महज कुछ थ्योरी हैं, पुख्ता तौर पर कुछ जानकारी नहीं है। जानकारों के मुताबिक जिस तरह से पेशेवर एजेंसी एसटीएफ को वो चकमा दे रही है इससे एक बात तो साफ है कि उसका नेटवर्क तगड़ा है और पुलिसिया मुखबिर भी जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। इसके साथ ही वो इलेक्ट्रानिक डिवाइस का बेहद कम इस्तेमाल कर रही है लिहाजा नो सर्विलांस की जद में नहीं आ पा रही।
दिल्ली और लखनऊ में पूछताछ
वकील से संपर्क और इनपुट के आधार पर एसटीएफ ने दिल्ली और लखनऊ में पूछताछ की। जांच एजेंसियों को इनपुट मिला है कि शाइस्ता ने दिल्ली के किसी वकील से संपर्क किया है।दिल्ली में पुलिस ने करोलबाग और जामिया नगर में पूछताछ की। हालांकि शाइस्ता परवीन पुलिस की पकड़ में नहीं आई लेकिन पुलिस को कुछ लीड जरूर मिली है। दिल्ली के अलावा एक टीम लखनऊ में भी डेरा डाले हुए है। शाइस्ता के लखनऊ में राजनीतिक दल के किसी नेता के संपर्क में आने की सूचना है।उमेश पाल शूटआउट केस में नामजद अभियुक्त शाइस्ता फरार है और उस पर 50 हजार का इनाम घोषित है। पुलिस अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा और अतीक की बहन आयशा नूरी की भी सरगर्मी से तलाश कर रही है।
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