मुंबई। विपक्ष के नेता(Leader of the Opposition)के चुनाव के लिए विधायकों की संख्या बल को शर्त बताई जाती है, लेकिन कानून में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, यह स्पष्ट करते हुए शिवसेना के विधानसभा गुट नेता भास्कर जाधव(Shiv Sena Assembly group leader Bhaskar Jadhav)ने कहा कि महाविकास अघाड़ी (MVA) विपक्ष के नेता का पद मांगने जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि यह प्रक्रिया विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के बाद शुरू होगी, और इसके बाद इस पर मांग उठाई जाएगी।
शिवसेना के नेताओं की बैठक के दौरान, जिसमें आदित्य ठाकरे, भास्कर जाधव, सुनील प्रभु, नाना पटोले सहित अन्य महाविकास अघाड़ी के विधायक उपस्थित थे, विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव में नामांकन न दाखिल करने का निर्णय लिया गया। बैठक के बाद भास्कर जाधव और नाना पटोले ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की।
भास्कर जाधव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “राज्य के संचालन में सत्ता पक्ष के जितना महत्व है, उतना ही विपक्ष का भी है। हमने मुख्यमंत्री से यह कहा कि विपक्ष का नेता हमें मिलना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष के नेता के चयन के लिए संख्या बल महत्वपूर्ण नहीं है, और मुख्यमंत्री ने इस प्रस्ताव को सकारात्मक रूप से लिया है।
वहीं, नाना पटोले ने विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव को लेकर कहा कि यह परंपरागत रूप से बिना विरोध के होना चाहिए। उन्होंने दिल्ली का उदाहरण देते हुए कहा कि ‘आप’ ने भाजपा को विपक्ष का नेता बनाया था, भले ही भाजपा के पास