मुंबई। मुंबई के डॉक्टरों ने एक बच्ची की कटी तर्जनी को जोड़कर कमाल कर दिया। चिकित्सकों के मुताबिक 20 माह की बच्ची की अंगुली बीचोबीच उस समय कट गई जब उसने अनजाने में अपने हाथ को टेबल फैन में डाल दिया। इस घटना के बाद परिजन कटी अंगुली उठाकर उसे साफ रूमाल और प्लास्टिक की थैली में लपेटा और बच्ची को साथ लेकर नजदीकी अस्पताल में पहुंच गए। हालांकि कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार डॉक्टरों ने अंगुली को फिर से जोड़ दिया।
मीरा रोड के वॉकहार्ट अस्पताल में कंसल्टेंट प्लास्टिक रिकंस्ट्रक्टिव एंड एस्थेटिक सर्जन डॉ. प्रताप नाडार ने कहा कि बच्ची की दाहिनी तर्जनी से खून बह रहा था। ऐसी स्थित में उसे तत्काल सर्जरी की आवश्यकता थी। डॉक्टरों ने बच्चे के माता-पिता के साथ तत्काल सर्जरी की आवश्यकता और संभावित जटिलताओं पर चर्चा की। इसके बाद डॉ. सुशील नेहेटे और डॉ. प्रताप नाडार सहित डॉक्टरों की एक टीम ने तुरंत बच्चे का सर्जरी शुरू कर दी।
तीन घंटे चली सर्जरी
डॉ सुशील नेहेटे ने कहा कि यह सर्जरी जटिलताओं की उच्च दर के कारण चुनौतीपूर्ण था। इस दौरान एक विशेष धमनी, तंत्रिका और एक ऊपरी नस की मरम्मत की गई। सर्जरी की प्रक्रिया पूरी करने में लगभग तीन घंटे का समय लगा। इस बीच रोगी को उंगली के रंग, तापमान और कोशिकाओं को पुनर्जीवित करने के लिए निगरानी में रखा गया। सर्जरी के तीन दिन बाद मरीज को छुट्टी दे दी गई। बताया गया कि वह हल्के सामानों को उठाने या पकड़ने जैसी सभी गतिविधियों के लिए अपनी उंगली का उपयोग करने लगा है।
इस तरह अस्पताल लाना चाहिए कटे हुए हिस्से
डॉक्टरों ने कहा कि किसी तरह की दुर्घटनाओं के मामले में कटे हुए हिस्से को स्वच्छ रूमाल आदि में लपेटना चाहिए। इसके बाद आइस पैक के ऊपर प्लास्टिक की थैली में ठीक से रखकर एक कंटेनर में ले जाना चाहिए। इस बीच इस बात का भी ख्याल रखना चाहिए की क्षतिग्रस्त भाग को नंगे हाथों से संपर्क न होने पाए। यदि समय पर अस्पताल पहुंचते हैं तो उंगलियों की कार्यक्षमता को बहाल करने में मदद मिल सकती है, जो इस मामले में साबित हुआ है। बच्ची समय पर अस्पताल पहुंची। इसलिए उसकी उंगली को बचाया जा सका।