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सत्य साई अस्पताल का दिलदार उपक्रम , देश का इकलौता ऐसा अस्पताल जहां मुफ्त में होता है दिल की बिमारीयों का इलाज

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नवी मुंबई ।हमने अक्सर सुना है कि प्राइवेट अस्पतालों में लोगों का इलाज बेहतर ढग़ से और बहुत अच्छे तरीके से होता है पर एक गरीब परिवार कभी भी प्राइवेट अस्पताल का खर्चा नही उठा सकता। जो ऐसा सोचते हैं वो शायद इस अस्पताल से अनजान हैं। आज हम आपको बता रहे हैं देश के ऐसे पहले अस्पताल के बारे में जहां कैश काउंटर ही नही हैं।

29 सितंबर का दिन पुरी दुनिया में विश्व ह्रदय दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य लोगों को दिल से संबंधित बिमारीयों से जागरूक कराना है। आज हम आपकों बताते हैं ऐसे अस्पताल के बारे में जो सालों से इसी दिशा में कार्यरत है। श्री सत्य सांई संजीवनी हॉस्पिटल देश का ऐसा अस्पताल जिसका दिल सिर्फ बच्चों के लिए धडक़ता है। यहां बच्चों के दिल से संबंधित रोगों का इलाज मुफ्त में होता है। इस अस्पताल की लोकप्रियता केवल हमारे में देश में नहीं है दुनियाभर से लोग यहां इलाज के लिए आते हैं।

नवी मुंबई के खारघर में निर्मित श्री सत्य साई हॉस्पिटल में कैश काउंटर ही नहीं है। इस अस्पताल में इलाज पूरी तरह मुफ्त है। और इलाज ही नहीं दवाइयां भी फ्री में मिलती है। यहां पैसे के लेन-देन की कोई इंतजाम ही नहीं है, इसलिए यहां कोई कैश काउंटर ही नहीं है। आपको बता दें इस हॉस्पिटल में रजिस्ट्रेशन चार्ज भी नहीं लगता। साथ ही आपको बताते चले यह हॉस्पिटल सिर्फ और सिर्फ बच्चों के लिए है। जोकि दिल के बीमारी संबधित मरीजों के लिए है।खारघर स्थित श्री सत्य साईं हॉस्पिटल हार्ट की बीमारी से ग्रसित बच्चों के लिए संजीवनी से कम नहीं है। अस्पताल को नवंबर 2022 में 10 साल पूरे हो रहे है। इन दस सालों में सत्य साई के इस सेंटर में प्रदेश के ही नहीं अन्य राज्यों व विदेश के मरीज ओपीडी में पहुंचे।

मल्टी सुपर अस्पताल से आधुनिक सुविधा

संजीवनी अस्‍पताल के मैनेजिंग डायरेक्‍टर डॉ. सी श्रीनिवास बताते हैं कि भारत में इसी तरह जन्‍मजात ह्रदय रोगों से पीड़‍ित बच्‍चों के लिए नवी मुंबई के खारघर में अस्पताल शुरू किया गया है इस अस्‍पताल में दिल के रोगों से संबंधित सभी आधुनिक और बेहतरीन किस्‍म की मशीनें और उपकरण मौजूद हैं।यहां तक कि जो सुविधाएं इस अस्‍पताल में हैं ऐसी कई सुविधाएं मल्‍टी सुपर स्‍पेशलिटी अस्‍पतालों में भी नहीं हैं।यहां भारत के किसी भी कोने से मरीज आ सकते हैं, सभी को इलाज दिया जाता है ।

हर महीने होता है दो हजार बच्चो का काउंसलिंग

अस्पताल में औसतन हर महीने 2 हजार लोग काउंसलिंग के लिए आते हैं। वहीं 8 से 10 पीडियाट्रिक कार्डियक सर्जरी और इंटरवेंशन हर रोज किए जाते हैं। ऐसे में हर महीने डेढ़ s सौ और हर साल डेढ़ हजार बच्चोँ का उपचार कर जान बचाई जाती है। अस्पताल में कैश काउंटर नहीं है। यहां इलाज पूरी तरह से नि:शुल्क होता है। डॉ. सी श्रीनिवास ब‍ताते हैं कि यह पूरी तरह निशुल्‍क अस्‍पताल है और अब लोग इसके बारे में जानने भी लगे हैं तो यहां रोजाना मरीजों की भीड़ भी रहती है हालांकि गर्दी होने पर टोकन सिस्टम दिया जाता है ।

भ्रूण की जांच कर पता लगाते हैं ह्दय रोग
अस्पताल परिसर में सालभर पहले श्री सत्य साई संजीवनी मां एवं बाल हॉस्पिटल भी शुरू किया गया है। यहां मातृ देखभाल, पोषण और प्रसव पूरी तरह से नि:शुल्क किया जाता है। यहां भ्रूण कार्डिएक इको सेवाएं देश में एक असामान्य विशेषता है। इससे गर्भ में भ्रूण की जांच से जन्मजात ह्रदय रोग की पता लगाया जाता है।

मनाई जा रही 10 वी वर्षगांठ

इस महीने नवंबर 2022 में श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल की 10वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी। वास्तव में यह अस्पताल विशेष रूप से नवी मुंबई के लिए वरदान है। यह देशभर बच्चों के लिए एक जाना पहचाना अस्पताल बन रहा है। यहां बच्चों के साथ आए परिजनों के इलाज व रहने की पूरी व्यवस्था है।इसके लिए महाराष्ट्र के साथ ही देश के अलग अलग राज्यों और विदेशो से लोग उपचार कराने आ रहे है। डॉ श्री निवास ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी इस अस्पताल में इस तरह के बच्चो को रेफर करते है । केन्द्रों में बाल चिकित्सा हृदय उपचार पूरी तरह से मुफ्त है।

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