Saint Kunal Ji Maharaj: भागवत कोई ग्रंथ नहीं साक्षात् भगवान का वांगमय स्वरुप -संत कुणाल जी महाराज* (काशी वाले), कोपरखैरणे में हुई कथा में भक्त हुए आल्हादित
जो इंडिया / नवी मुम्बई कोपरखैरणे (koperkhairne) के तीन टंकी के सामने स्थित मैदान में पिछले सप्ताह से भागवत महापुराण यज्ञ की कथा संत कुणाल...