Zakir Hussain Death: भारतीय शास्त्रीय संगीत (Indian classical music) को घर-घर तक पहुँचाने और एकल तबला वादन (Tabla playing) को विशेष पहचान दिलाने वाले उस्ताद जाकिर हुसैन का रविवार को देर शाम निधन हो गया। उनके निधन से संगीत और बॉलीवुड की दुनिया को झटका लगा है। उनके निधन के बाद राजनीतिक और बॉलीवुड की तमाम बड़ी हस्तियां शोक प्रकट कर रही है। संगीत और टेबल वादन के क्षेत्र में उनका योगदान अतुलनीय था। एक साजिंदे के रूप में उन्होंने तीन पीढ़ियों के गायकों और संगीतकारों के साथ तबला वादन किया। लोगों ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन से भारत ने विशेष रूप से महाराष्ट्र ने अपना बेहद प्यारा पुत्र और संगीत के क्षेत्र में चमकता सितारा खो दिया है। जाकिर हुसेन का संगीत अमर रहेगा और आने वाली पीढ़ियों को नवाचार के लिए प्रेरित करता रहेगा।
Zakir Hussain Deat: पद्म विभूषण तबला वादक जाकिर हुसैन का हुआ निधन अमेरिका में हुआ है। तबियत बिगड़ने की वजह से वे अस्पताल में भर्ती कराए गए थे। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
उस्ताद जाकिर हुसेन ( के निधन से गमगीन हुआ संगीत और वॉलीवुड जगत, अमेरिका हुआ निधन,
उल्लेखनीय है कि उस्ताद अल्ला रखा के सुपुत्र और शिष्य रहे जाकिर हुसेन ने तबले को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई। अपने प्रयोगशीलता, कठिन परिश्रम, सशक्त वादन शैली और स्वाभाविक प्रतिभा से जाकिर हुसेन ने शास्त्रीय संगीत के श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। उनका तबला वादन सुनकर लाखों युवा तबला वादन की ओर आकर्षित हुए हैं।
महाराष्ट्र के राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन (Maharashtra Governor C P Radhakrishnan) ने विश्वविख्यात तबला नवाज पद्मविभूषण उस्ताद जाकिर हुसेन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि उस्ताद जाकिर हुसेन का अमेरिका में निधन भारतीय संगीत जगत के लिए एक बड़ा धक्का है। इस शोकपूर्ण अवसर पर मैं दिवंगत उस्ताद जाकिर हुसेन को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ और उनके परिवार तथा लाखों संगीत प्रेमियों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ, ऐसा राज्यपाल ने अपने शोक संदेश में कहा।
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